सिडनी, 11 जनवरी (भाषा) ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच को ड्रा करने के बाद भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे ने सोमवार को यहां कहा कि पांचवें दिन के खेल के पहले टीम की योजना नतीजे के बारे में सोचे बिना आखिर तक संघर्ष करने की थी।
ऋषभ पंत (97) और चेतेश्वर पुजारा (77) के पवेलियन लौटने के बाद हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन ने शाम पूरे सत्र में बल्लेबाजी कर घरेलू टीम को जीत से दूर रखा।
रहाणे ने मैच के बाद कहा, ‘‘ दिन का खेल शुरू होने से पहले हमने अपना जज्बा दिखाने और अंत तक संषर्ष करने के बारे में बात की थी। हम परिणाम के बारे में नहीं सोच रहे थे। जिस तरह से आज हमने संघर्ष किया खासकर पूरे मैच में उससे वास्तव मैं खुश हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पहली पारी में भी ऑस्ट्रेलियाई टीम दो विकेट पर 200 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी लेकिन हमने उन्हें 338 रन पर आउट करके वापसी की।’’
रहाणे ने कहा कि पंत को हनुमा विहारी से पहले पांचवे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए इसलिए भेजा गया ताकि क्रीज पर बायें और दायें हाथ के बल्लेबाजों का संयोजन बनाया जा सके।
कप्तान ने कहा, ‘‘ विहारी और अश्विन की तारीफ करनी होगी लेकिन ऐसे कुछ क्षेत्र हैं जहां हम (चौथे टेस्ट से पहले) सुधार सकते हैं। जिस तरह से उन्होंने अंत में बल्लेबाजी की और जज्बा दिखाया वह वास्तव में अच्छा था। पंत ने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उसे भी श्रेय दिया जाना चाहिए।’’
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन ने इस प्रदर्शन की जिम्मेदारी खुद लेते हुए कहा कि उनकी टीम ने कई कैच टपकाये। पेन ने खुद दो बार पंत का और एक बार विहारी का कैच टपकाया था।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि हमने मैच जीतने के लिए पर्याप्त मौके बनाए थे, इसे (ड्रा) पचा पाना मुश्किल है। हमारे गेंदबाज शानदार थे, लियोन ने अच्छी गेंदबाजी की। बस हम (खासकर मैं) कैच पकडने में नाकाम रहे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ अब ब्रिस्बेन का इंतजार कर रहा हूं। हमने पिछले दो मैचों में अपना सर्वश्रेष्ठ खेल नहीं खेला, लेकिन हम इस टेस्ट में बल्ले से थोड़े अच्छे थे। हमारे लिए कुछ सकारात्मक चीजें भी है, हमारे गेंदबाजों ने काफी मौके बनाए।’’
मैच में 131 और 81 रन की पारी खेलने वाले स्टीव स्मिथ मैन ऑफ द मैच रहे।
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम के इस मुख्य खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ मैच के तीसरे और चौथे दिन पिच पर टप्पा के बाद कुछ गेंद नीचे रह रही थी तो कुछ अतिरिक्त उछाल ले रही थी लेकिन आज (पांचवें दिन) ऐसा कुछ नहीं हुआ। भारत ने कड़ा संघर्ष किया।’’
उन्होंने अपनी बल्लेबाजी के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘ देश के लिए शतक बनाना हमेशा बहुत मायने रखता है । यह खास है क्योंकि मैं अपने घरेलू मैदान पर ऐसा करने में सक्षम हुआ। अब यह हालांकि बहुत मायने नहीं रखता क्योंकि हम मैच नहीं जीत पाये।
श्रृंखला का चौथा मैच ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर 15 जनवरी से खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलियाई टीम 1988 के बाद वहां टेस्ट मैच नहीं हारी है।
भाषा आनन्द पंत
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