भोपाल। प्रदेश में कोरोन की रफ्तार अब थम गई है। कोरोना का कहर थमते ही राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है। भाजपा के प्रदेश संगठन में दमोह उपचुनाव के बाद से बदलाव की चर्चाएं तेज हो गईं हैं। संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव के कयास लगाए जा रहे हैं। इसका अंदाजा बड़े नेताओं की बंद कमरों में बैठकों से लगाया जा रहा है। अब ज्योतिरादित्य सिंधिया के भी संभावित भोपाल दौरे के बाद से यह सियासी हलचल और तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक सिंधिया 9 जून को राजधानी भोपाल आ सकते हैं। यहां 9 जून को पूरे दिन वह बैठकें कर सकते हैं। भोपाल के बाद वह ग्वालियर का भी दौरा कर सकते हैं।
हालांकि इन दौरों की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हाल ही में दमोह उपचुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। दो दिन पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बीच बंद कमरे में मुलाकात हुई है। इस मुलाकात के बाद से भी संगठन में बदलाव की अटकलें तेज हो गईं हैं। इसके साथ ही सिंधिया के 9 जून के संभावित भोपाल दौरे से भी यही अंदाजा लगाया जा रहा है। नरोत्तम मिश्रा और वीडी शर्मा की मुलाकात के बाद शर्मा सीएम हाउस शिवराज सिंह से भी मुलाकात करने पहुंचे थे। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 3 पदाधिकारी भी मौजूद रहे। जानकारी के मुताबिक इन बैठकों में संगठन की जिम्मेदारियां सिंधिया खेमे के लोगों को सौंपने पर भी चर्चा हुई है। हालांकि कोई भी नेता इस बारे में खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।
सिंधिया को नहीं मिला पद…
बता दें कि सिंधिया को भाजपा ज्वाइन किए हुए लंबा समय हो गया है। इसके बाद भी अभी तक उन्हें केंद्रीय मंत्री या फिर कोई भी पद नहीं मिला है। इसको लेकर कांग्रेस भी हमला करती रहती है। सूत्रों की मानें तो सिंधिया को जल्द ही केंद्रीय मंत्री का पद दिया जा सकता है। सिंधिया के संभावित भोपाल दौरे को इस विषय से भी जोड़कर देखा जा रहा है।