भोपाल। बीते कुछ सालों में देखा जा रहा है कि बॉलवुड में कुछ हटकर फिल्मों का निर्माण किया जा रहा है। हाल ही में बीते दिनों रिलीज हुई डायरेक्टर शिवराज देवल के निर्देशित और रवि किशन की मुख्य भूमिका वाली फिल्म सबवे को काफी पसंद किया जा रहा है। फिल्म की कहानी देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। फिल्म में रोमांच के साथ साथ् रोमांग, कॉमेडी और संवाद का भरपूर मिश्रण है। फिल्म के डायरेक्टर शिवराज देवल ने कहा है कि उनकी फिल्म सबवे 9 सितंबर को रिलिज हुई थी लेकिन फिल्म ब्रह्मास्त्र ने थियेटर ले लिए थे। इसी के चलते फिल्म को कम जगह मिल पाई। लेकिन अब हमारी फिल्म सबवे उन सारे राज्यों के शहरों में 16 सितंबर फिर से प्रदर्शित होने जा रही है, जहां नहीं हो पाई थी।
क्या है फिल्म की कहानी?
फिल्म ‘सबवे’ की कहानी तीन दोस्तों विशाल, होशियार और राजा की है जो शाम की पार्टी का मज़ा लेने के लिए छोटी-मोटी चोरी हाइवे पर करते हैं। फ़िल्म का पहला दृश्य इसी घटना से शुरू होता है कि यह तीनों कार की स्टेपनी, म्यूजिक सिस्टम आदि बेचने के लिए एक कार चोरी करने के इरादे से हाईवे पर खड़े होते हैं। एक कार को लेकर जब वह भागते हैं तो पता चलता है कि गाड़ी में एक किडनैप किया हुआ व्यवसायी है। व्यापारी उन तीनो चोरों से कहता है कि मुझे सुरक्षित घर पहुंचा दो, तो वह सभी को बहुत सारे पैसे देगा। व्यापारी की मदद करने के इरादे से लड़के ऐसा करने के लिए तैयार हो जाते हैं, लेकिन व्यवसायी के घर जाते समय, वे एक रिटायर्ड डकैत, बागी भान सिंह के गढ़ में फंस जाते हैं। कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब पता चलता है कि व्यवसायी का अपहरण किसी बदमाश ने नहीं बल्कि उसके सौतेले भाई गुड्डू रस्तोगी ने किया था। बागी भान सिंह यह जानकर बौखला जाता है। वह बिज़नसमैन से वादा करता है कि वह नेता गुड्डू रस्तोगी को अपने तरीके से सजा देगा। क्या ऐसा हो पाता है या नहीं, इसके लिए आपको फ़िल्म सबवे देखनी पड़ेगी।
रवि किशन बने डकैत
फ़िल्म में एक रिटायर्ड डकैत की भूमिका को बड़ी शिद्दत से निभाया है रवि किशन ने। वह अब डकैती नहीं करते, उनका मन बदल गया है वह सोशल वर्क करते हैं। फ़िल्म में उनका काफी मजबूत और दमदार किरदार है, जिसे उन्होंने अपनी नेचुरल एक्टिंग से जीवित कर दिया है। विशाल विशेष ने पहली फ़िल्म के अनुसार बेहतर काम किया है। हीरोइन नाजुक पिक्चर में बेहद क्यूट और नाजुक नजर आई हैं। विशाल के साथ उनका रोमांटिक सांग दिल को सुकून पहुंचाता है।
आपको बता दें कि फ़िल्म में चार गीत हैं, जिसके संगीतकार हर्ष राज हर्ष हैं। जबकि गीतकार फैज अनवार हैं। गाने जावेद अली, मोहम्मद इरफान, पलक मुच्छल, ऋतु पाठक और नक्काश अज़ीज़ की आवाज़ में हैं। सभी गीत सिचुएशनल हैं और कहानी को आगे बढाते हुए प्रतीत होते हैं। जगत जननी एंटरटेनमेंट और गेट्स फ़िल्म एंड एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बनी फ़िल्म की निर्मात्री शारदा त्रिपाठी और को प्रोड्यूसर भगवती देवल व संतोष त्रिपाठी हैं।