महासमुंद। जिले में मुख्यमंत्री निर्धन आदर्श कन्या विवाह योजना का महिला एवं बाल विकास विभाग ने मजाक बना कर रख दिया. जिले में निर्धन परिवार के 200 जोड़ों नें शादि के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. पहले तो विभाग बार बार तारीख बदलता रहा. लेकिन आज 24 मार्च को फाइनली चंडी मंदिर में शादी कराए जाने की बात विभाग के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ ने कही थी। लेकिन कल देर शाम 23 मार्च को अचानक विभाग नें इन परिवार वालों को सूचना दी कि शादी की तारीख अब अगले महिने 10 अप्रैल को रखी गयी है.
ऐसे में ये 200 जोड़ों के परिवार वालों नें अपने अपने घरों में सारी तैयारी कर ली थी कार्ड बांटा गया, सारे मेहमान आ गये. यहां तक कि इन जोड़ों का हल्दी और तेल का रस्म भी पूरा कर लिया गया. अब हल्दी और तेल लग जाने के बाद कल देर शाम 23 मार्च को विभाग नें इन परिवारों को सूचना दिया कि अब ये विवाह अगले महिने 10 अप्रैल को होगा.
तमाम तैय्यारी के बाद ये परिजन शादी कैंसल नहीं कर सकते. हालात ये है कि ये ग़रीब परिवार आपस में एक दूसरे के आपसी आर्थिक सहयोग से शादि करा रहे हैं. क्योंकि ये परिवार निर्धन है, और इसीलिए सरकार की योजना में शामिल हो कर विवाह करते हैं. इस प्रकार बार बार विभाग द्वारा समय शादी का तारीख बदले जाने पर लड़की के परिजन प्रशासन से खासे नाराज है।
इस पूरे मामले में महासमुंद महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी समीर पांडे का कहना है कि जिले में 200 जोड़ों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है लेकिन विवाह तारीख की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई थी। ये हो सकता है को प्लानिंग पार्ट में कुछ लोगो को भ्रांतिया हो गयी हो, तेल हल्दी हो जाने की जानकारी मुझे मिली है जो अभी शादी कर लेते है और जिनका नाम हमारे लिस्ट में है उन्हें जो उपहार इस योजना के अंतर्गत मिलता है उन्हें दिया जाएगा.