नयी दिल्ली, दस जून (भाषा) भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग मंच कू ने बृहस्पतिवार को कहा कि नाइजीरिया सरकार ने एक आधिकारिक एकाउंट कू पर बनाया है। सोशल मीडिया मंच कू की नजर अफ्रीकी राष्ट्र में अपने प्रसार पर है।
नाइजीरियाई सरकार और कू की प्रतिद्वंद्वी कंपनी ट्विटर के बीच गतिरोध की पृष्ठभूमि में यह घटनाक्रम हुआ है। पिछले हफ्ते, नाइजीरिया की सरकार ने अपने देश में अमेरिकी सोशल मीडिया मंच को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित करने की घोषणा की थी।
कू के सह-संस्थापक और सीईओ अप्रमेय राधाकृष्ण ने कू पर एक पोस्ट में कहा, “नाइजीरिया सरकार का आधिकारिक हैंडल अब कू पर है!”
दिलचस्प है कि उन्होंने यह जानकारी ट्विटर पर भी साझा की और कहा: ” कू इंडिया पर नाइजीरिया सरकार के आधिकारिक हैंडल का स्वागत है! अब हम भारत से बाहर भी पंख फैला रहे हैं।”
पिछले हफ्ते, नाइजीरिया की सरकार ने कहा था कि वह ट्विटर को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर रही है। उससे पहले कंपनी ने अलगाववादी आंदोलन के बारे में राष्ट्रपति मुहम्मदु बुहारी के एक विवादास्पद ट्वीट को हटा दिया था।
इसके बाद, कू ने कहा था कि वह नाइजीरिया में उपलब्ध है और उस देश में उपयोगकर्ताओं के लिए नयी स्थानीय भाषाओं को शामिल करने की इच्छुक है।
राधाकृष्ण ने एक साक्षात्कार में पीटीआई से कहा था, “अब नाइजीरिया में माइक्रोब्लॉगिंग मंचों के लिए एक अवसर है… कू अपने ऐप में स्थानीय नाइजीरियाई भाषाओं को शामिल करने पर विचार कर रही है।”
उन्होंने कहा था कि कू नाइजीरियाई बाजार में प्रवेश करने के लिए उत्सुक है, और हर उस देश के स्थानीय कानूनों का पालन करेगी जहां वह संचालित होती है।
कू ने पहले ही कहा है कि उसने पिछले महीने लागू किए गए भारत के आईटी नियमों का पहले ही पालन सुनिश्चित कर लिया है और इस मुद्दे पर सरकार द्वारा मांगी गई आवश्यक जानकारी साझा की गयी है।