तमिलनाडु। किसानों(farmers) ने राष्ट्रव्यापी ‘चक्का जाम’ (Chakka Jam)का समर्थन किया और कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी किसानों ने केंद्र और कृषि कानूनों के खिलाफ नारेबाजी भी की। यहां आंदोलन का नेतृत्व कर रहे तमिलनाडु ऑल फार्मर्स एसोसिएशन की समन्वय समिति के अध्यक्ष पी आर पांडियन ने संवाददाताओं से कहा कि तमिलनाडु में यह विरोध प्रदर्शन किसानों के लिए न्याय मांगने के लिए है।
उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक उद्देश्यों या आम जनता को असुविधा पहुंचाने के लिए नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कॉरपोरेट्स के हितों के लिए काम किया और उनकी सरकार ने किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोक दिया। उन्होंने कहा, ‘‘अगर प्रधानमंत्री मोदी किसानों को दिल्ली में घुसने की इजाजत नहीं देते हैं तो किसान उन्हें तमिलनाडु का दौरा नहीं करने देंगे।’”