उत्तराखंड। आज गंगोत्री धाम के कपाट विधिविधान पूर्वक शुभ मुहुर्त पर 7 बजकर 31 मिनट पर खुल गये। शुक्रवार को मां गंगा की भोग मूर्ति भैरों घाटी पहुंची और चार बजे मां गंगा की डोली ने गंगोत्री धाम के लिए प्रस्थान किया। इस अवसर पर मां गंगा की आरती हुई तथा जनकल्याण की कामना की गई। श्री गंगोत्री धाम के कपाट खुलने पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत तथा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बधाई दी है। कहा है कि कोरोना महामारी के कारण चारधाम यात्रा स्थगित है स्थितियां सामान्य होने पर चारधाम यात्रा शुरू हो सकेगी। श्रद्वालुजन अपने घरों में पूजा-अर्चना करें।
Uttarakhand: The portals of Gangotri Dham opened this morning, the traditional rituals were performed at the occasion. pic.twitter.com/PL04tMBNvn
— ANI (@ANI) May 15, 2021
विधि विधान के साथ खोले कपाट
इससे पहले मां गंगा की डोली अपने शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा गांव से गंगोत्री के लिए रवाना हुई। कोरोना संक्रमण की वजह से इस साल भी मुखबा गांव के लोग दूर से ही मां गंगा की डोली का दर्शन कर पाए। हर्षिल, धराली समेत अन्य स्थानों के लोगों ने भी दूर से ही मां गंगा के दर्शन किए। भैरव घाटी में रात्रि विश्राम के बाद आज सुबह 7:30 बजे मां गंगा के उद्गम स्थल के रूप में मशहूर गंगोत्री धाम के कपाट विधि विधान के साथ खोल दिए गए। इस साल आर्मी के बैंड की धुन भी गंगोत्री धाम में नहीं सुनाई दी। गंगोत्री मंदिर समिति के रविंद्र सेमवाल ने कहा कि कोरोना की वजह से सीमित संसाधनों के साथ गंगोत्री धाम में पूजा पाठ और मां गंगा की आरती का आयोजन हर दिन किया जाएगा। आम लोगों को न तो इस धाम की यात्रा और न ही मंदिर में दर्शन की अनुमति दी गई है।