हाइलाइट्स
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एक-दूसरे से संपर्क कर मंदिर में सीधे भक्तों को कराते हैं एंट्री
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ऑटो चालक, सुरक्षाकर्मी, फूल-पूजन की दुकान वाले सक्रिय
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भक्तों की हेसियत के अनुसार 3 हजार से 10 हजार तक रेट
Ujjain Mahakal Mandir: मध्य प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल उज्जैन महाकाल मंदिर अब दलालों का अड्डा भी बन गया है।
जहां बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन से दलाल सक्रिय होकर मंदिर परिसर और मंदिर के अंदर भी एक्टिव रहते हैं।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) April 6, 2024
ये महाकाल के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को दर्शन कराने के नाम पर मोटी रकम वसूलते हैं।
श्रद्धालुओं से मोटी रकम वसूलने का मामला जब उजागर हुआ तो इन दलालों की चेन में शामिल एक आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है।
इसके साथ ही जिन दलालों के नाम प्राथमिक जांच में सामने आए हैं, उनके मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा दी है।
आरक्षक सस्पेंड, जांच शुरू
उज्जैन महाकाल मंदिर (Ujjain Mahakal Mandir) में घूस लेकर दर्शन कराने वाले आरक्षक अजीत राठौर पर एसपी ने कार्रवाई की है।
एसपी ने आरक्षक को मामला उजागर होने पर सस्पेंड कर दिया है। एसपी प्रदीप शर्मा के अनुसार इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
भक्तों से दर्शन के नाम पर वसूली के मामले में ऑटो वाले, मंदिर के आसपास फूल-माला और पूजा सामग्री बेचने वालों के साथ ही मंदिर के कुछ पुजारी भी इस दलाली के समूह का हिस्सा हैं।
जिनके माध्यम से भक्तों से मोटी रकम वसूलकर आसानी से दर्शन करा दिए जाते हैं। उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने महाकाल मंदिर प्रशासक मृणाल मीणा को आदेश दिए हैं कि अन्य लोग जो वहां सक्रिय हैं, उन पर भी कार्रवाई की जाए।
एक भक्त से 10 हजार तक की वसूली
महाकाल मंदिर (Ujjain Mahakal Mandir) में दलालों के रैकेट में हर सदस्य का अलग-अलग रेट तय है। जहां मंदिर में दर्शन करने आने वाले भक्तों से कम से कम 3 हजार रुपए से लेकर 5 हजार और यदि कोई बड़ी पार्टी यानी वीआईपी परिवार है तो उससे 10 हजार रुपए तक भी वसूल कर लिए जाते हैं।
इस दलालों के नेटवर्क में रेलवे स्टेश, बस स्टैंड से मंदिर (Ujjain Mahakal Mandir) तक लाने ले जाने वाले ऑटो चालक, मंदिर परिसर व उसके आसपास के फूल-माला बेचने वाले, मंदिर परिसर में सुरक्षाकर्मी, वहीं स्वयं को पंडित बताकर भक्तों को मंदिर में आगे तक प्रवेश कराने वाले लोग भी शामिल हैं।
बता दें कि इस रैकेट में पुलिस विभाग से एक आरक्षक भी शामिल था।
मंदिर में प्रवेश पर रोक लगाई
भक्तों से तय शुल्क और अवैध रूप से वसूली के मामले में मंदिर (Ujjain Mahakal Mandir) समिति ने हर्ष जोशी और ब्रजेश तिवारी को मंदिर समेत परिसर के मार्गों में प्रवेश पर रोक लगा दी है।
बताया जा रहा है कि इन दोनों ने भस्म आरती पंजीयन के लिए तय शुल्क 200 रुपए प्रति श्रद्धालु से ज्यादा राशि वसूली की है। इसके अलावा इन पर यह भी आरोप है कि इन्होंने निशुल्क दर्शन वाली जगहों के लिए भी रुपए लिए हैं।
महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्था
बता दें कि उज्जैन महाकाल मंदिर (Ujjain Mahakal Mandir) में भक्तों के दर्शन के लिए अलग-अलग व्यवस्था मंदिर समिति और प्रशासन ने निर्धारित की है।
जहां सामान्य दर्शन के लिए निशुल्क है। वीआईपी दर्शन के लिए प्रति व्यक्ति 250 रुपए हैं। इसके साथ ही भस्म आरती के लिए ऑन स्पॉट टिकट, निशुल्क है।
ऑनलाइन टिकट 200 रुपए प्रति व्यक्ति। प्रोटोकॉल भस्म आरती 200 रुपए प्रति व्यक्ति। इसके अलावा महाकाल मंदिर में दत्योदक आरती, भोग आरती, पूजन आरती, संध्या आरती और शयन आरती होती है। ये सभी निशुल्क है।
पहला सामना ऑटो वालों से
बता दें कि महाकाल मंदिर (Ujjain Mahakal Mandir) में भक्तों से दर्शन कराने के नाम पर अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है। इसमें सबसे पहली कड़ी सामने आई है, उसमें ऑटो चालक हैं।
सबसे पहले उज्जैन पहुंचते ही सबसे पहले रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर ऑटो वाले को श्रद्धालु मंदिर तक पहुंचाने के लिए तलाशते हैं। यहां ऑटो में चालक भक्तों को अपने जाल में फंसा लेते हैं।
वे भक्तों को वाजिब दाम में पूरा उज्जैन (Ujjain Mahakal Mandir) घुमाने और दर्शन कराने की बात कहकर फंसा लेते हैं।
जब श्रद्धालु रुपए देने के लिए तैयार हो जाते हैं तो ये महाकाल मंदिर में सुरक्षा गार्ड, स्वयं को पंडित बताने वाले दलाल का नंबर देकर भेज देते हैं। इनकी सांठगांठ होटल वालों से भी है।
होटल वाले भी शामिल
भक्तों से मंदिर (Ujjain Mahakal Mandir) में दर्शन कराने के लिए अवैध रूप से वसूली करने का मामला उजागर हुआ है।
इस दलाल के समूह में होटल संचालक भी शामिल है। जहां ऑटो चालक होटल तक इन भक्तों को छोड़ते हैं, यहां से अब होटल संचालक महाकाल मंदिर(Ujjain Mahakal Mandir) में दर्शन कराने के लिए श्रद्धालुओं को बताता है, श्रद्धालु मान जाते हैं तो उन्हें मंदिर परिसर में तैनात दलाल, सुरक्षाकर्मी, स्वयं को पुजारी बताने वाले पंडित तक पहुंचा दिया जाता है।
यहां से ये भक्तों को मोटी रकम लेकर दर्शन कराते हैं।
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मंदिर के पास फूल, पूजन की दुकान वालों से सामना
यदि ऑटो वाले या होटल वाले श्रद्धालुओं के इस ट्रैप से छूट जाते हैं तो सस्ते में बाबा महाकाल (Ujjain Mahakal Mandir) के दर्शन कराने के लिए मंदिर के बाहर लगी फूलों, पूजन सामग्री की दुकान संचालक भी दलाली करते हैं।
ये भक्तों से मंदिर में दर्शन कराने के लिए बात कर मनाते हैं। भक्त रुपए देने के लिए तैयार हो जाते हैं तो उन्हें मंदिर परिसर में दलाल स्वयं को पंडित बताने वाले पुजारी, सुरक्षाकर्मी, सुरक्षा गार्ड के नंबर देकर भेज दिया जाता है।
मंदिर परिसर में एक्टिव दलाल
जैसे ही श्रद्धालु मंदिर (Ujjain Mahakal Mandir) परिसर में प्रवेश करते हैं यहां भी सुरक्षाकर्मी, सुरक्षा गार्ड और स्वयं को मंदिर में पुजारी बताने वाले दलाल सक्रिय रहते हैं। वे ऐसे भक्तों की तलाश करते हैं, जिन्हें जल्दी दर्शन करना हो, भीड़ से बचने के लिए सीधे दर्शन करना चाहते हों।
ये दलाल इनसे भस्म आरती, शयन आरती के दर्शन के लिए अलग-अलग रेट तय करते हैं। इस दौरान श्रद्धालु की हेसियत के हिसाब से कम से कम 3 हजार रुपए से लेकर 10 हजार रुपए तक वसूल किए जाते हैं।
यहां तक की भक्त इन दलालों के द्वारा तय की गई राशि का भुगतान कर देते हैं तो ये भक्त भस्म आरती में सबसे आगे और शयन आरती में भी सबसे आगे की लाइन तक पर बैठा देते हैं।