Waqf Board Amendment Bill: वक्फ बोर्ड संशोधन बिल आज 1 बजे लोकसभा में पेश कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार वक्फ बोर्ड पर लगाम लगाने के लिए बिल में करीब 40 संशोधन किए जाने की उम्मीद है।
वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष ने इस बिल को स्थायी समिति (स्टैंडिंग कमेटी) को भेजने की मांग की है। इसका मतलब है कि आम सहमति नहीं बनी तो फिर सरकार सेलेक्ट कमेटी को बिल सकती है। विपक्ष और कई मुस्लिम संगठन सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। वहीं, इसपर विपक्ष का कहना है कि ये बिल मुसलमानों के हक में अतिक्रमण है।
आप दुश्मन हैं मुसलमानों के- ओवैसी
बिल पर असुदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ बिल का विरोध करते हुए कहा कि संविधान की मूल भावना पर हमला है। आप हिंदू पूरी संपत्ति अपने बेटे-बेटी के नाम पर दे सकते हैं, लेकिन हम एक तिहाई ही दे सकते हैं। सरकार दरगाह और अन्य संपत्तियां लेना चाहती है। सरकार कह रही है कि हम महिलाओं को दे रहे हैं, मुझे यकीन है कि आप बिल्किस बानो और जकिया जफरी को मेंबर बनाएंगे। आप देश को बांटने का कार्य कर रहे हैं। आप मुसलमानों के दुश्मन हैं।
विपक्ष पर बरसे केंद्रीय मंत्री ललन सिंह
लोकसभा में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि वक्फ बिल का समर्थन करते हुए विपक्ष पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि ये बिल किसी भी तरह से मुसलमान विरोधी नहीं है। ये मंदिर की बात करते हैं। मंदिर की बात यहां पर कहां से आ गई।
कोई भी संस्था दब निरंकुश होगी तो सरकार पर अंकुश लगाने के लिए, पारदर्शिता के लिए कानून बनाएगी। ये उनका अधिकार है। पारदर्शिता होनी चाहिए और ये बिल पारदर्शिता के लिए ही है। उन्होंने कहा कि ये अल्पसंख्यकों की बात करते हैं, सिखों का कत्लेआम किसकी सरकार ने किया था।
‘ये हमारे मजहब में दखलअंदाजी’- सपा सांसद
वहीं, लोकसभा में रामपुर से सपा सांसद मोहिबुल्ला ने चार धाम से लेकर तमाम हिंदू मंदिरों की कमेटियों का उदाहरण दिया और कहा कि गुरुद्वारा कमेटी में भी लिखा गया है कि वहां पर सिर्फ सिख सदस्य ही होगा। फिर मुसलमानों के साथ ये अन्याय क्यों हो रहा है।
हम बहुत बड़ी गलती करने जा रहे हैं, जिका खामियाजा हम सदियों तक भुगतते रहेंगे। सरकारी अमले को ये हक दिया जा रहा है। सर्वे कमीशन अधिकार खत्म किए जा रहे हैं। ये मेरे मजहब के अनुसार कोई चीज है तो उसे आप तय करेंगे या मैं तय करूंगा। ये हमारे मजहम में दखलअंदाजी है। ऐसा हुआ तो कोई भी अल्पसंख्यक खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करेगा।
सुप्रिया सुले ने कहा-हमें ये बिल मीडिया से मिला
लोकसभा में वक्फ बिल पर सरकार को घेरते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि सरकार की एक नई कार्यप्रणाली देखने को मिल रही है। उन्होंने सदन में कहा कि संसद से पहले ये लोग बिल मीडिया को बताते हैं। इस बिल की जानकारी हमें मीडिया के द्वारा मिली है।
इसपर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि इस बिल को सर्कुलेट किया गया है। इस बिल को 6 तारीख को ही लोकसभा के पोर्टल पर सर्कुलेट कर दिया गया है। आप चेक कर लें। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने उठ कर रहा कि बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में भी इस बिल पर चर्चा हुई थी।
सुप्रिया सुले ने बांग्लादेश के घटनाक्रम का भी जिक्र किया और इस बिल की टाइमिंग पर भी कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड में अभी क्या हुआ कि ये बिल अभी ही लाने की आवश्यकता पड़ गई?
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