Tesla Model Y Car: दुनिया में पहली बार एक ऐसी कार ने खुद फैक्ट्री से चलकर ग्राहक के घर तक का सफर तय किया, जिसमें न तो ड्राइवर था और न ही कोई रिमोट ऑपरेटर। यह कार टेस्ला की फुली सेल्फ-ड्राइविंग इलेक्ट्रिक कार ‘मॉडल Y’ है, जिसे कंपनी के CEO एलन मस्क ने अपने जन्मदिन के अवसर पर डिलीवर किया।
इस ऐतिहासिक डिलीवरी का वीडियो टेस्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर साझा किया है। वीडियो में दिखाया गया है कि यह कार ट्रैफिक लाइट्स पर रुकती है, सामने किसी व्यक्ति या वाहन के आने पर ब्रेक लगाती है और फिर सुरक्षित तरीके से आगे बढ़ती है।
डिलीवरी के दौरान कार ने 116 kmph की टॉप स्पीड छुई
दुनिया में पहली बार बिना ड्राइवर के चली कार, टेस्ला की फुली ऑटोनॉमस इलेक्ट्रिक कार#Tesla #Teslacar #ElonMusk pic.twitter.com/dmKTxmkzq7
— Bansal News Digital (@BansalNews_) June 28, 2025
टेस्ला की आधिकारिक जानकारी के अनुसार, यह सेल्फ-ड्राइविंग मॉडल Y की पहली डिलीवरी अमेरिका के टेक्सास शहर में की गई। कार ने फैक्ट्री से लेकर ग्राहक के घर तक पार्किंग स्थल, हाईवे और शहरी सड़कों का सफर पूरी तरह अपने आप किया। टेस्ला में ऑटोपायलट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विभाग के प्रमुख अशोक एलुस्वामी के मुताबिक, इस सफर में कार की अधिकतम रफ्तार 72 मील प्रति घंटे (लगभग 116 किलोमीटर प्रति घंटा) दर्ज की गई।
मॉडल Y की कीमत और वेरिएंट्स
टेस्ला की यह मॉडल Y गाड़ी पहले भी मौजूद थी, लेकिन अब इसे पूरी तरह ऑटोनॉमस फीचर से लैस किया गया है। इसकी कीमत लगभग 40,000 डॉलर (करीब 34 लाख रुपये) से शुरू होती है। यह तीन वैरिएंट में उपलब्ध है: रियर व्हील ड्राइव, लॉन्ग रेंज और परफॉर्मेंस। परफॉर्मेंस मॉडल की कीमत लगभग 60,000 डॉलर (करीब 51 लाख रुपये) है।
अमेरिका में शुरू हुई टेस्ला की रोबोटैक्सी सेवा
कुछ दिन पहले ही, 22 जून को टेस्ला ने अमेरिका के ऑस्टिन शहर में अपनी रोबोटैक्सी सेवा का ट्रायल शुरू किया है। हालांकि, इन गाड़ियों में अब भी एक एक्सपर्ट व्यक्ति बतौर सुरक्षा निगरानी मौजूद रहता है। इस सेवा के तहत एक राइड की कीमत 4.20 डॉलर (लगभग 364 रुपये) तय की गई है। ये कारें रोजाना सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक सीमित क्षेत्र में चल रही हैं।
मस्क का बयान: “10 साल की मेहनत का फल”
इस तकनीकी उपलब्धि के बारे में बात करते हुए एलन मस्क ने कहा कि यह सब टेस्ला AI और सॉफ्टवेयर टीम की एक दशक की मेहनत का नतीजा है। उन्होंने बताया कि टेस्ला ने न सिर्फ सॉफ्टवेयर बल्कि इसकी AI चिप को भी इन-हाउस डेवलप किया है। यह कार सेंसर, कैमरा, रडार और लिडार जैसी आधुनिक तकनीकों की मदद से अपने रास्ते को खुद समझकर नेविगेट करती है।
वायमो और जूक्स जैसी कंपनियों से मुकाबला
हालांकि, टेस्ला को इस क्षेत्र में पहले से काम कर रही कंपनियों जैसे वायमो और जूक्स से कड़ी टक्कर मिलेगी। गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के स्वामित्व वाली वायमो, सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजिलिस, फीनिक्स और ऑस्टिन जैसे शहरों में 1500 से ज्यादा ड्राइवरलेस कारें चला रही है। वहीं, जूक्स ऐसी गाड़ियां बना रही है जिनमें न तो स्टीयरिंग व्हील होता है और न ही ब्रेक या एक्सीलेरेटर पेडल्स।