छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में नाले में सैकड़ों बोरी तेंदूपत्ता फेंका गया है। इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में मंत्री टंकराम वर्मा ने जांच करने के बाद दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर अफसरों से चर्चा की जाएगी। इसके बाद गड़बड़ी होने पर कार्रवाई की जाएगी।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) October 24, 2024
बता दें कि मंत्री टंकराम वर्मा आज नारायणपुर में होने वाले आवास मेला कार्यक्रम में पहुंचे हैं। इससे पहले उन्होंने मीडिया से चर्चा की और कहा कि हमने 18 लाख प्रधानमंत्री आवास देने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री ने अपना वादा निभाया है। आज मेले में हितग्राहियों उनके आवास की चाबी दी जाएगी।
नाले में तैरती दिखीं तेंदूपत्ता से भरी बोरियां
बस्तर में हरा सोना यानी की तेंदूपत्ता के लिए सरकार करोड़ों खर्च करती है। तेंदूपत्ता यहां के ग्रामीणों की रोजी रोटी का साधन है, लेकिन अब एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है। नारायणपुर से कुछ दूरी पर नाले में तेंदूपत्ता से भरी बोरियां तैरती दिखीं। जब अधिकारियों से इस बारे में बात की गई तो उन्हे भी इस मामले की कोई जानकारी नहीं थी। हालांकि ये जांच का विषय है कि इतनी भारी मात्रा में हरा सोना नाले में क्यो फैंका गया।
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लाखों रुपए का वन विभाग को नुकसान
नारायणपुर के पास नाले में वन विभाग द्वारा किस प्रकार तेंदूपत्ता यानी हरा सोना को फेंका गया है। यह लोगों के गले नहीं उतर रहा है। इससे वन विभाग के राजस्व में लाखों रुपए का नुकसान होगा। बता दें कि बस्तर में हरा सोना के नाम से लाखो करोड़ों खर्च किया जाता है। वहीं उस हरा सोना को संरक्षण करने वाले अधिकारी कर्मचारी किस प्रकार से उन हरा सोना यानी तेंदूपत्ता को नाले में फेक कर सरकार को चुना लगाया जाता है।
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