हाइलाइट्स
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स्कूली शिक्षकों समायोजन जून में होगा
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पिछले साल हुई्ं गड़बड़ियों से बचना चाहता है विभाग
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बीच सत्र में समायोजन से हुई थी पढ़ाई प्रभावित
MP Teacher Adjustment: मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग इस साल जून में ही अतिशेष शिक्षकों का समायोजन करेगा। पिछली गड़बड़ियों से सबक लेते हुए विभाग ने यह निर्णय लिया है। विभाग का मानना है कि बीच सत्र में समायोन से पढ़ाई प्रभावित होती और शिक्षकों के भी परेशीनी होती है। इस सब को देखते हुए प्राइमरी, मिडिल और हायर सेकंडरी लेवल के टीचर्स को समय रहते नई पोस्टिंग पर भेजा जाएगा। पिछले साल समायोजन की प्रोसेस में कई गड़बड़ियां सामने आई थी। कई टीचर्स को स्कूल ही अलॉट नहीं हो सके थे। जिन्हें नए स्कूलों में भेजा गया वहां पहले से पोस्ट भरी हुईं थीं। इसके बाद लम्बे समय तक भ्रम की स्थिति बनी रही। इसे शिक्षकों ने गलत बताया था।
जानें, कैसे होगा समायोजन
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिन स्कूलों में किसी विषय के लिए शिक्षकों की संख्या अधिक है, उन्हें उन स्कूलों में भेजा जाएगा जहां उस विषय के लिए शिक्षक नहीं हैं या पद खाली हैं। इस बार 10 हजार से ज्यादा शिक्षक समायोजन में रह गए थे, जिससे पढ़ाई पर असर पड़ा। शिक्षकों ने इसका विरोध भी किया था। इस बार प्रक्रिया को समय पर पूरा करने के लिए स्कूलों से विषयवार शिक्षकों की सूची मांगी जा रही है और उनकी वरिष्ठता भी देखी जाएगी।
रिजल्ट कोई मापदंड नहीं होगा
पिछले साल कई टीचर्स ने कहा था कि उनके सब्जेक्ट का रिजल्ट 90 प्रतिशत या उससे ज्यादा रहा है, इसलिए उन्हें एक्स्ट्रा न माना जाए। इस बार अधिकारियों ने बताया है कि रिजल्ट कोई मापदंड नहीं होगा। जहां भेजा जाएगा, वहां पढ़ाना होगा और वहां भी अच्छे रिजल्ट लाने होंगे। समायोजन पूरी तरह से नियमों के अनुसार होगा।
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DPI कमिश्नर ने क्या कहा ?
मध्यप्रदेश लोक शिक्षण संचालनालय की आयुक्त शिल्पा गुप्ता ने बताया कि अतिशेष शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया जून में शुरू कर दी जाएगी। इससे पढ़ाई पर असर नहीं पड़ेगा। शिक्षक समय पर नए स्कूल में ज्वाइनिंग दे सकेंगे।
घोर लापरवाही: अपोलो अस्पताल चेन्नई ने महिला टीचर का शव ही बदल दिया, चेहरा देख परिजन की निकल पड़ी चीख
Bhopal News: मां की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत के बाद अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है। अमेरिका में रहने वाला बेटा थोड़ी देर पहले ही भोपाल पहुंचा है। सभी गमजदा रिश्तेदार, दोस्त और स्कूल का स्टाफ अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आसाराम नगर बागमुगालिया में इकट्ठा हुए हैं। थोड़ी देर बाद परिजनों ने हैरानी से चिल्लाते हुए कहा, ‘हे राम, यह मेरी मां नहीं है। यह तो किसी और का शव है।’ यह सुनते ही वहां हलचल मच गई। तुरंत अपोलो अस्पताल चेन्नई से संपर्क किया गया, जहां पता चला कि चेन्नई से एयर द्वारा भेजा गया शव किसी बंगाल की महिला का है। इस गंभीर लापरवाही के बाद अपोलो अस्पताल चेन्नई के प्रबंधन ने कहा कि आपकी मां का शव सड़क मार्ग से लाया जा रहा है। अंतिम संस्कार में आए दुखी रिश्तेदार और दोस्त वापस लौट गए। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…