नई दिल्ली। एन चंद्रशेखरन को पांच वर्ष के दूसरे कार्यकाल के लिए शुक्रवार को फिर से टाटा संस का चेयरमैन नियुक्त किया गया। टाटा संस ने एक बयान में कहा कि निदेशक मंडल ने चंद्रशेखरन की पुन: नियुक्ति की पुष्टि की है। बयान में कहा गया, ‘‘11 फरवरी 2022 को हुई बैठक में टाटा संस के निदेशक मंडल ने बीते पांच साल की समीक्षा की और कार्यकारी चेयरमैन एन चंद्रशेखरन की पुन: नियुक्ति का फैसला किया।’’
एन चंद्रशेखरन को शुक्रवार को पांच वर्ष के लिए फिर से टाटा संस का चेयरमैन नियुक्त किया गया। टाटा संस, टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी है। चंद्रशेखरन की दूसरी बार फिर से नियुक्ति को टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा का समर्थन मिला। टाटा ट्रस्ट की टाटा संस में बहुलांश हिस्सेदारी है। टाटा संस ने एक बयान में कहा कि उसके निदेशक मंडल की शुक्रवार को बैठक हुई जिसमें बीते पांच साल की समीक्षा की गई और इसके कार्यकारी चेयरमैन एन चंद्रशेखरन की पुन: नियुक्ति पर विचार किया गया। इसमें कहा गया, ‘‘रतन एन टाटा इस बैठक में विशेष तौर पर आमंत्रित थे। उन्होंने चंद्रशेखरन के नेतृत्व में टाटा समूह की प्रगति और प्रदर्शन पर संतोष जताया। उन्होंने चंद्रशेखरन का कार्यकाल पांच साल की अवधि के लिए बढ़ाये जाने की सिफारिश की।’’
निदेशक मंडल ने कार्यकारी चेयरमैन के प्रदर्शन की प्रशंसा की और अगले पांच साल के लिए कार्यकारी चेयरमैन के तौर पर उनकी पुन: नियुक्ति को सर्वसम्मति से मंजूरी दी। चंद्रशेखरन (58) ने कहा, ‘‘बीते पांच वर्ष तक टाटा समूह की अगुवाई की, यह सम्मान की बात है। अगले चरण में और पांच वर्ष के लिए समूह का नेतृत्व करने का अवसर मिलने की मुझे प्रसन्नता है।’’ चंद्र नाम से लोकप्रिय चंद्रशेखरन ने टाटा संस की बागडोर 2017 में संभाली थी जब समूह नेतृत्व संकट से जूझ रहा था। उनके कार्यकाल का ज्यादातर हिस्सा उनके पूर्ववर्ती सायरस मिस्त्री से कानूनी लड़ाई में चला गया। चंद्रशेखरन अक्टूबर 2016 में टाटा संस के निदेशक मंडल में आए थे और जनवरी 2017 में उन्हें चेयरमैन बनाया गया। आधिकारिक प्रभार उन्होंने फरवरी 2017 में संभाला।