Tansen Samaroh: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में प्रसिद्ध तानसेन संगीत समारोह का आगाज शनिवार को हो चुका है। पूर्वरंग ‘गमक’ कार्यक्रम में गजल गायक चंदन दास ने सर्द रात में खूब समा बांधा। वहीं शहर के 10 मुख्य स्थानों पर दुर्लभ वाद्य यंत्रों की स्वर लहरियां गूंजी। इस समारोह को 100 साल पूरे हो गए हैं।
समारोह का विधिवत उद्घाटन रविवार, 15 दिसंबर को सीएम मोहन यादव हजीरा स्थित कार्यक्रम स्थल पर करेंगे। इस मौके पर केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया विशेष रूप से मौजूद रहेंगे।
इस बार किसे मिलेगा तानसेन सम्मान ?
तबलावादक स्वपन चौधरी को 2024 का तानसेन सम्मान दिया जाएगा। स्वपन मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। वर्तमान में कैलिफोर्निया में रह रहे हैं। उन्हें 18 दिसंबर को तानसेन सम्मान दिया जाएगा।
…इक बार अकेले में मुलाकात कीजिए
तानसेन समारोह के पूर्वरंग कार्यक्रम ‘गमक’ में गजल गायक चंदन दास ने अपनी गायकी के जादू से समा बांध दिया। चंदन दास ने “इस तरह मोहब्ब्त की शुरुआत कीजिए, इक बार अकेले में मुलाकात कीजिए…” गजल से की
शनिवार को ग्वालियर में “तानसेन संगीत समारोह” की पूर्व संध्या पर हजीरा चौराहे के समीप इंटक मैदान पर मंगलाचरण स्वरूप सजी पूर्वरंग “गमक” सभा में मशहूर गज़ल गायक चंदन दास ने एक से बढ़कर एक गजल पेश कर समा बांध दिया।
सर्द रात में गजल सिलसिला यूं ही आगे बढ़ता रहा। उन्होंने जब बशीर बद्र का प्रसिद्ध कलाम “कभी तो आसमा से चांद उतरे जाम हो जाए, तुम्हारे नाम की एक खूबसूरत शाम हो जाए” पेश किया तो रसिकों उनके मुरीद हो गए। इसके बाद चंदन दास ने कई गजल पेश कीं। रसिकों ने भी कार्यक्रम का खूब लुत्फ उठाया।
‘रागरंग’ संगीतमय प्रदर्शनी एक विशेष आकर्षण
तानसेन शताब्दी संगीत समारोह के दौरान ऑस्कर विजेता एनीमेशन टीम कलाकार दीपंकर गोस्वामी भारतीय शास्त्रीय संगीत और उसके स्वरों को पेटिंग के रूप में जीवंत करेंगे। ग्वालियर के मोती महल में शास्त्रीय संगीत, कला साधकों और सुरों पर आधारित गोस्वामी की संगीतमय कलाकृतियों की प्रदर्शनी ‘रागरंग’ एक विशेष आकर्षण होगी।
15 दिसंबर को दोपहर 3:30 बजे मोती महल में प्रदर्शनी का उद्घाटन होगा । 19 दिसम्बर तक चलने वाली प्रदर्शनी सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक दर्शकों के लिए खुली रहेंगी। प्रदर्शनी में सभी का प्रवेश निःशुल्क रहेगा।
यूनेस्को सिटी ऑफ म्यूजिक ग्वालियर में भारतीय शास्त्रीय संगीत का ‘रागरंग’ प्रदर्शनी के माध्यम से एक नया आयाम देखने को मिलेगा। कलाकृतियों के साथ-साथ संगीत संजोये यह प्रदर्शनी एक नया अनुभव प्रदान करेंगी। पंडित भीमसेन जोशी, हरिप्रसाद चौरसिया, बिस्मिल्ला खान साहब, पंडित जसराज, बेगम अख्तर, पंडित रविशंकर, निखिल बनर्जी, राजन-साजन मिश्रा, डागर बंधु, उस्ताद विलायत खान, मल्लिकार्जुन मंसूर, उस्ताद अली अकबर खान आदि के जीवंत पोर्ट्रेटों की यह प्रदर्शनी अपने-आप में एक हृदय-स्पर्शी और दुर्लभ अनुभव होगी।
गोस्वामी ने संगीत के विभिन्न रागों को अपने अनूठे दृष्टिकोण और रंगों के माध्यम से चित्रों में ढाला है। इस पहल का उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय संगीत को न केवल सुनने, बल्कि देखने और महसूस करने का अनुभव देना है। प्रो. कीर्ति त्रिवेदी ने चित्रों का संयोजन और प्रस्तुतीकरण किया है। तानसेन समारोह देशभर के संगीत प्रेमियों और कलाकारों को एक साथ लाने का मंच है, और इस साल दीपंकर गोस्वामी की भागीदारी इसे और भी खास बना रही है। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा संचनालय पुरातत्व के सहयोग से प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।
दीपंकर गोस्वामी -एक परिचय
दीपंकर गोस्वामी हालीवुड एनीमेशन इंडस्ट्री के वरिष्ठ स्पेशल इफेक्ट्स निर्देशक हैं। वर्ष 2019 में ऑस्कर अवॉर्ड से सम्मानित फिल्म ‘स्पाइडरमैन : इन टु द स्पायडर वर्स’ की टीम का हिस्सा रहे हैं। फिल्मों के अलावा वे इलस्ट्रेशन और ग्राफिक डिजाइन की विधाओं में भी पारंगत हैं। लॉस एंजेलिस में रहने वाले दीपंकर पिछले एक दशक से ‘रागरंग’ श्रृंखला की पेंटिंग बनाने में लगे हुए हैं- जो हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के मूर्त स्वरूप को दर्शाने का एक नूतन प्रयोग है। वे हॉलीवुड फिल्मों के कई प्रोजेक्ट्स से जुड़े रहे हैं। इसमें द सी बीस्ट, विवो, किंग्समैन : द गोल्डन सर्कल, स्मर्क्स, द लॉस्ट विलेज, द अमेज़िंग स्पायडर मैन-2, मोआना जैसी फिल्में शामिल हैं।