चेन्नई। Tamilnadu Liquor Incident तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने राज्य में जहरीली शराब त्रासदी पर प्रदेश सरकार से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है जिसमें 21 लोगों की जान चली गई थी। एक सरकारी सूत्र ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। सूत्र ने बताया कि रवि ने तमिलनाडु सरकार से जहरीली शराब के जब्त नमूनों की फॉरेंसिक रिपोर्ट और मौत की वजहों के बारे में भी जानना चाहा है।
इस वजह से राज्यपाल ने उठाया कदम
राज्यपाल ने मंगलवार को पुलिस की ओर से दिए गए इस बयान के बाद यह कदम उठाया है, जिसमें कहा गया था कि जहरीली शराब बनाने के लिए पुडुचेरी से खरीदे गए जैविक रसायन मेथेनॉल का इस्तेमाल किया गया था और इसी की वजह से 21 लोगों की मौत हुई। इस सप्ताह के शुरु में तमिलनाडु के विल्लुपुरम और चेंगलपट्टू में जहरीली शराब के सेवन से मरने वाले 21 लोगों में से 13 विल्लुपुरम के मरक्कानम स्थित एकियारकुप्पम के निवासी थे, जो पुडुचेरी की सीमा से लगता है। आठ लोग चेंगलपट्टू के रहने वाले थे।
Tamil Nadu hooch tragedy | CB-CID to begin today an investigation into deaths due to consumption of spurious liquor in the state. ADSP Gomathi appointed Investigation Officer in the Villupuram case and ADSP Maheshwari is the Investigation Officer in Chengalpattu deaths.
— ANI (@ANI) May 18, 2023
दोनों जगहों पर निभाई थी भूमिका
बुधवार को विल्लुपुरम पुलिस ने तमिलनाडु में स्थानीय विक्रेताओं को मेथेनॉल की आपूर्ति करने के आरोप में पुडुचेरी के एलुमलाई और बरकतुल्ला को गिरफ्तार किया था, जबकि एक अन्य व्यक्ति को चेन्नई से पकड़ा गया था। उसकी पहचान इलैया नंबी के रूप में की गई है और वह चेन्नई की एक रासायनिक कंपनी का मालिक है। आरोप है कि इलैया नंबी ने एलुमलाई और बरकतुल्ला को 66,000 रुपये में 1,200 लीटर मेथेनॉल बेचा था और विजी नाम के एक व्यक्ति ने इस रसायन को दोनों जगहों पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। पुलिस ने विजी को भी गिरफ्तार कर लिया है।