India Gold Import: भारत में सोने के प्रति लोगों का लगाव सदियों से रहा है इसलिए गोल्ड की कीमत चाहे 73,000 के पार चली गई हो लेकिन लोगों ने सोना खरीदना नहीं छोड़ा। लेकिन, क्या आप जानते हैं भारत में सोने की मांग की आपूर्ति कैसे पूरी होती है।
गोल्ड एक ऐसी धातु है जिसे भारत आयात करता है। हालांकि, देश में भी गिनी-चुनी गोल्ड माइंस हैं लेकिन डिमांड को पूरा करने के लिए गोल्ड इंपोर्ट किया जाता है।
स्विट्जरलैंड, अप्रैल में भारत के लिए शीर्ष आयात गंतव्य (Top import destinations) के रूप में उभरा है, क्योंकि वहां से सोने की आवक बढ़ी है। Ministry of Commerce के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है।
भारत में इतने डॉलर का हुआ गोल्ड इंपोर्ट
सोने का दाम महंगा होने के बावजूद भारत ने बड़ी मात्रा में गोल्ड का इंपोर्ट किया है। इसकी वजह देश में गोल्ड की मांग मजबूत रहना है। वित्त वर्ष 2023-24 में गोल्ड इंपोर्ट 30 प्रतिशत बढ़कर 45.54 अरब डॉलर हो गया। जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में सोने का आयात 35 अरब डॉलर था।
सोने का सबसे बड़ा स्रोत स्विट्जरलैंड
स्विट्जरलैंड सोने के आयात का सबसे बड़ा स्रोत है और इसकी हिस्सेदारी लगभग 40 प्रतिशत है। इसके बाद UAE (16 प्रतिशत से अधिक) और दक्षिण अफ्रीका (लगभग 10 प्रतिशत) का स्थान है। देश के कुल आयात में कीमती धातु की हिस्सेदारी पांच प्रतिशत से अधिक है।
फिलहाल सोने पर 15 प्रतिशत आयात शुल्क (Import duty) लगता है। आयात मुख्य रूप से आभूषण उद्योग (jewelery industry) की मांग का ख्याल रखता है। चीन के बाद भारत दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है।
देश की इकोनॉमी पर सोना पड़ता है भारी
भले भारत में सोने को सबसे सुरक्षित निवेश (safe investment) का ऑप्शन माना जाता हो। यहां सोने की ज्वैलरी का अनोखा ट्रेंड रहा हो। लेकिन जिस तरह से स्विस बैंक का जिक्र देश की राजनीति में लोगों के लिए भारी पड़ता है।
वैसे ही सोने का आयात देश की इकोनॉमी पर भारी पड़ता है। सोने का इंपोर्ट बढ़ने से देश के व्यापार घाटे पर असर पड़ता है, ये और गहरा हो जाता है।