हाइलाइट्स
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Swami Prasad Maurya ने की नई पार्टी की घोषणा
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RSSP की कमान संभालेंगे स्वामी प्रसाद
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राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का झंडा किया लांच
UP Politics: समाजवादी पार्टी से नाराज स्वामी प्रसाद मौर्य ने नई पार्टी के गठन का एलान कर दिया है। इस पार्टी का झंडे की तस्वीर भी सामने आई हैं। जिसे तीन रंगों को मिलाकर बनाया गया है।
ख़बरों के मुताबिक मौर्य 22 फरवरी को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एक बड़ी रैली करने जा रहे हैं जिसे वो संबोधित करेंगे। इसके बाद उनकी आगे की रणनीति सामने आ सकती है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने जिस पार्टी का किया ऐलान जानें उसका इतिहास
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने 2022 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जनवरी में भाजपा छोड़कर सपा जॉइन की थी। वह पहली योगी सरकार में मंत्री थे। मौर्य मंत्री पद से इस्तीफा देकर सपा में आए थे। मौर्य इससे पहले बसपा भी अहम पदों पर रह चुके हैं।
राजनीति के शुरुआती दिनों में लोकदल और जनता दल में भी स्वामी प्रसाद मौर्य रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने जिस पार्टी का ऐलान किया है, वो 2013 में बनाई गई है। अलीगढ़ के रहने वाले साहेब सिंह धनगर ने ये पार्टी बनाई थी।
साहेब सिंह धनगर ने 1993 में बसपा से विधानसभा चुनाव लड़ा था। 2002 में सपा से चुनाव लड़ा था। 2013 में इन्होंने RSSP बनाई। 2014, 2017, 2019 का चुनाव में पार्टी ने प्रत्याशी उतारे। 2020 में इन्होंने इंडियन डेमोक्रेटिक अलायंस IDA बनाया, जिसमें कई छोटे दल साथ आए। साहेब सिंह धनगर इस पार्टी के फाउंडर हैं।
स्वामी के साथ कौन-कौन होंगे शामिल
स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम, पूर्व एमएलसी कमलकांत गौतम, सपा नेता और पूर्व विधायक बृजेश प्रजापति जैसे तमाम नेता राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का दामन थाम सकते हैं।
इसके अलावा स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ 2022 में सपा में शामिल होने वाले नेताओं के भी राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी में शामिल होने की उम्मीद मानी जा रही है, जिसमें कुछ मौजूदा विधायक और पूर्व विधायक भी है।
RSSP का चुनाव निशान-झंडा
राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का झंडा तीन रंग से मिलकर बना हुआ है, जिसमें सबसे ऊपर नीली रंग, बीच में लाल और नीचे हरा रंग को रखा गया है। नीला रंग आसमान का रंग है, ऐसा रंग जो भेदभाव से रहित दुनिया का प्रतिनिधित्व करता है।
ये बताता है कि आसमान के तले हर किसी को बराबर होना चाहिए। ये एक थ्योरी है लेकिन इसका कोई पुख्ता आधार नहीं। बीआर अंबेडकर ने जब अपनी पार्टी इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी की नींव रखी तो इसका रंग नीला था।
उन्होंने ये रंग महाराष्ट्र के सबसे बड़े दलित वर्ग महार के झंडे से लिया। लिहाजा दलित समाज ने इस रंग को अपनी अस्मिता और प्रतीक के रूप में लिया। उन्होंने इस रंग को अपनाया। लाल रंग क्रांति का रंग माना जाता है।
लाल रंग उत्साह, सौभाग्य, उमंग, साहस और नवजीवन का प्रतीक है। लाल रंग उग्रता का भी प्रतीक है। हरा रंग समृद्धि का प्रतीका माना जाता है। राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी का चुनाव निशान गिलास है।
22 फरवरी को दिल्ली में पहली रैली
स्वामी प्रसाद मौर्य ने ऐलान किया कि 22 फरवरी को दिल्ली के तालकोटरा स्टेडियम में प्रतिनिधि कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसी दिन पार्टी की कार्यकारिणी का ऐलान करेंगे। स्वामी प्रसाद मौर्य ने जिस पार्टी का ऐलान किया है, वो 2013 में बनाई गई है।
अलीगढ़ के रहने वाले साहेब सिंह धनगर ने ये पार्टी बनाई थी। साहेब सिंह धनगर ने 1993 में बसपा से विधानसभा चुनाव लड़ा था। 2002 में सपा से चुनाव लड़ा था। 2013 में इन्होंने RSSP बनाई। 2014, 2017, 2019 का चुनाव में पार्टी ने प्रत्याशी उतारे। 2020 में इन्होंने इंडियन डेमोक्रेटिक अलायंस IDA बनाया, जिसमें कई छोटे दल साथ आए। साहेब सिंह धनगर इस पार्टी के फाउंडर हैं।