Swajan World Television Premiere: हमारी परंपराओं ने लंबे समय से हमें यह विश्वास दिलाया है कि हमारे प्रियजन सुरक्षित हैं – चाहे वे कहीं भी हों। शायद इसीलिए हम पिंडदान करते हैं। ज़ी अनमोल सिनेमा संस्कृति, परिवार और मुक्ति की एक खूबसूरत कहानी को स्क्रीन पर लेकर आ रहा है, जहां शुक्रवार, 13 अक्टूबर को शाम 7 बजे ‘स्वजन’ ज़ी अनमोल सिनेमा पर और 20 नवंबर दोपहर 3 बजे ज़ी सिनेमा और ज़ी सिनेमा HD पर दिखाई जाएगी।
करीब रिश्ते में कैसे आई दरार
यह मनोरंजक ड्रामा अहंकार के भंवर में फंसे एक परिवार की उलझनों को उजागर करता है जो गुस्से को जन्म देता है और आपसी होड़ शुरू करता है; यह दर्शाता है कि करीबी रिश्ते किस तरह वर्षों तक एक-दूसरे के प्रति कड़वाहट और अज्ञानता में फंसे रहते हैं। क्या होगा जब एक परिवार के सदस्य, जो एक-दूसरे से कटे हुए थे, आमने-सामने आएंगे और अपने परिवार के मुखिया की अचानक हुई मौत के सदमे से उबरेंगे?
पितृ पक्ष का महत्व बताती फिल्म
न केवल शब्दों से बल्कि कर्मों से भी अपने पूर्वजों के सम्मान का महत्व याद दिलाती इस फिल्म का प्रीमियर बहुत ही खास मौके पर किया जा रहा है, जो इस महीने के दौरान मनाए जाने वाले पितृ पक्ष का महत्व बताती है। यह एक ऐसा समय है जब अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देकर उनका आशीर्वाद लिया जाता है। अभिनेता वेणु येल्डांडी द्वारा निर्देशित इस पहली फिल्म में प्रियदर्शी पुलिकोंडा और काव्या कल्याणराम मुख्य किरदारों में हैं। फिल्म का निर्माण दिल राजू ने किया है, जो पहले भी कई हिट फिल्में बना चुके हैं।
जानिए क्या बोले निर्देशक
फिल्म के प्रीमियर के मौके पर निर्देशक वेणु येल्डांडी ने कहा, “स्वजन मेरे लिए बहुत मायने रखती है क्योंकि वर्षों तक काम करने के बाद, इस फिल्म से मेरे निर्देशन का सफर शुरू हुआ। यह एक ऐसी कहानी है जो हर परिवार के दिल और आत्मा से जुड़ती है। इस फिल्म के जरिए, मेरा उद्देश्य उन रिश्तों को सामने लाना है जो परिवारों को एक साथ बांधते हैं, और यह संस्कृति आज भी कायम है। स्वजन उन अनकही भावनाओं को श्रद्धांजलि है, जो अक्सर परिवारों के भीतर रहती हैं। मुझे उम्मीद है कि यह दर्शकों को उनके अपनों के थोड़े और करीब ले आएगी।”
एक्ट्रेस ने बताया अपना किरदार
प्रियदर्शी पुलिकोंडा ने कहा, “सायिलु एक ऐसा किरदार है जो मेरे दिल के बहुत करीब है। एक एक्टर के रूप में स्वजन मेरे लिए खुद की खोज का एक यादगार सफर था। उसके संघर्षों, महत्वाकांक्षाओं और उसके परिवार की अंदरूनी उलझनों ने इस रोल को चुनौतीपूर्ण बना दिया। यह आंखें खोलने वाली भूमिका थी। मेरा मानना है कि परिवार और परंपरा के महत्व के बारे में फिल्म का संदेश पीढ़ियों तक दर्शकों के बीच गूंजता रहेगा।”
जानिए कैसा है संध्या किरदार
काव्या कल्याणराम ने कहा, “मेरा किरदार संध्या सिर्फ एक नायिका नहीं है, वो उस अटूट हौसले का प्रतीक है जो परिवारों को जोड़कर रखता है। मेरे किरदार ने मुझे सिखाया कि अक्सर अपने अतीत और रहस्यों का सामना करने के लिए हिम्मत की जरूरत होती है। स्वजन क्षमा की परिवर्तनकारी प्रकृति को खूबसूरती से दर्शाती है। मेरे लिए परिवार सबसे महत्वपूर्ण है और इस फिल्म ने इसे और मजबूत बना दिया है।”
निर्माता ने फिल्म को लेकर कहा
निर्माता दिल राजू ने कहा, “स्वजन सिर्फ एक फिल्म से कहीं ज्यादा है। यह एक दिल छू लेने वाला सफर है जो इंसानी रिश्तों की उलझनें उजागर करता है। हमने एक ऐसी कहानी बताने के उद्देश्य से यह सफर शुरू किया जो दिल और आत्मा को छू जाएगी। इस कहानी में जान डालने के लिए निर्देशक वेणु येल्डांडी और प्रतिभाशाली कलाकारों के साथ काम करना बेहद खुशनुमा रहा। हमें उम्मीद है कि स्वजन एक अमिट छाप छोड़ेगी, और हम सभी को अपने परिवारों को संजोने की याद दिलाएगी।”
कैसी है फिल्म
स्वजन तेलंगाना के एक गांव की कहानी है, जिसमें दिखाया जाता है कि एक परिवार के खुशमिजाज मुखिया के अचानक हुए निधन से परिवार के आपसी रिश्तों और गांव वालों से उनके संबंधों पर क्या असर पड़ता है। इस परिवार के पिंड अनुष्ठान में पूरा गांव भाग लेता है, और जब वहां कौवे प्रसाद खाने से कतराते हैं तब पता चलता है कि बूढ़े व्यक्ति की आत्मा किसी बात से असंतुष्ट है। क्या परिवार अपने मतभेद सुलझाकर इसकी वजह पता लगाएगा और दिवंगत आत्मा को मुक्त करेगा?