हाइलाइट्स
- सूर्य का मेष राशि में प्रवेश
- 12 महीने बाद उच्च के सूर्य
- सूर्य की मेष उच्च और तुला नीच राशि
- ये पांच जातक रहें सतर्क
Surya Gochar 2024 Mesh: प्रतिदिन बदलती ग्रहों की चाल (Grah Gochar) लोगों को सीधे तौर पर प्रभावित करती है।
सूर्य एक महीने में, चंद्रमा ढाई दिन में अपनी चाल बदलते हैं। सभी ग्रह अपने तय समय के अनुसार राशि परिवर्तन करते हैं।
आज से दो बड़े ग्रहों की चाल बदलने वाले हैं। अभी तक मीन राशि में चल रहा सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश (Surya Gochar 2024 in Mesh) करने जा रहे हैं। जिसका असर (Surya Gochar Effect) मेष से लेकर मीन तक राशि तक असर पड़ेगा।
आज रात इतने बजे बदलेगी सूर्य की चाल
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार अभी तक मीन राशि में चल रहे सूर्य आज 13 अप्रैल शनिवार को चैत्र नवरात्रि 2024 की पंचमी को अपनी राशि बदलने जा रहे हैं।
सूर्य शनिवार की रात 11 बजे अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश (Surya ka Mesh me Gochar 2024) करने जा रहे हैं।
सूर्य के गोचर से किसे होगा लाभ
सूर्य का गोचर उसकी उच्च राशि मीन (Meen Rashi) में होने जा रहा है। इसलिए इस दौरान मेष राशि (Mesh Rashi) के जातकों को सबसे अधिक फायदा होगा।
इन जातकों को सूर्य के तेज का असर (Surya Gochar Effect) सबसे अधिक पड़ेगा।
सूर्य के कमजोर होने पर क्या होता है
जब जातक की कुंडली में सूर्य कमजोर (Kamjor Surya ke Sandet) भाव में बैठे होते हैं तो इससे जातकों को रक्तजनित रोग घेरने लगते हैं।
ऐसे में उन्हें त्वचा संबंधी एलर्जी होने लगती है। इन जातकों को कैंसर होने की आशंका होती है।
सूर्य का असर कैसा होता है
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार जब सूर्य कमजोर होता है या सूर्य का असर (Surya Gochar Effect) होता है तो व्यक्ति में क्रोध बढ़ता है।
उसमें आक्रोश, उद्वेग और रोग बढ़ने लगते हैं।
ग्रहों के राजा हैं सूर्य
ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य ग्रहों के राजा हैं, क्योंकि सूर्य किसी जात-पात को नहीं देखता है। सूर्य की किरणों और तेज की जरूरत सभी को होती है, इसलिए इनका असर सभी पर समान होता है।
12 महीने बाद उच्च के सूर्य
सूर्य ग्रहों के राजा हैं। ये एक साल यानी 12 महीने में अपनी चाल बदलते हैं। ये अब एक साल बाद अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश (Surya Gochar 2024 April Mesh) करने जा रहे हैं। सूर्य एक महीने एक राशि में रहते हैं।
इनका गोचर काल 30 से 31 दिन का होता है। यही कारण है बीते 14 मार्च को मीन राशि में प्रवेश किए सूर्य आज 13 अप्रैल को अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश (Mesh me Surya ka Gochar 2024 in Hindi) कर रहे हैं।
समाप्त हो जाएगा खरमास
जब सूर्य मीन राशि में आते हैं तो इस काल को खरमास (Kharmas 2024) कहते हैं। खरमास में कोई भी शुभ काम नहीं किए जाते हैं।
आज 13 अप्रैल को मीन राशि में सूर्य का गोचर होते ही खरमास समाप्त (Kharmas 2024 End) हो जाएंगे। इसी के साथ शुभ और मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे।
मीन राशि में सूर्य के गोचर से ये रहें संभलकर
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार सूर्य का मेष राशि में गोचर (Mesh meSurya ka Rashi Parivartan ) हो रहा है।
इस दौरान तुला (Tula) , मकर (Makar), कन्या () और वृष राशि के जातकों को विशेष संभलकर रहना होगा।
ये पांच राशियां क्यों रहें सतर्क
हिन्दू ज्योतिष के अनुसार जो ग्रह राशि परिवर्तन करता है। जातक की कुंडली में गोचर करने वाला ग्रह चौथे, आठवे और बारहवे भाव में आने वाली राशि के जातकों सतर्क रहने की जरूरत होती है।
किसे किस भाव के पड़ेंगे सूर्य
सूर्य का मेष राशि में गोचर मकर राशि को चौथे, कन्या राशि को आठवें और वृष राशि को बारहवें भाव में पड़ेगा। इसलिए एक महीने के लिए सूर्य के गोचर से इन तीन राशि के जातकों को सतर्क रहना होगा।
इसके अलावा सूर्य तुला राशि में नीच (Surya Gochar ki Neech Rashi Tula) का होता है, इसलिए तुला राशि वालों को संभलकर रहना होगा। यदि आपको कोई रक्त जनित रोग है तो आपको लापरवाही किए बिना डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
सूर्य के कमजोर होने के लक्षण
कुंडली में सूर्य के कमजोर होने के कई संकेत (Kamjor Surya ke Sanket) होते हैं। अगर इसका विपरीत असर होता है तो जातक की नेत्र ज्योति यानी आंखों की रोशनी कमजोर होने लगती है। तो वहीं अगर ये अच्छा असर (Surya Gochar Effect) दिखाते हैं तो व्यक्ति की नेत्र ज्योति अच्छी होती है।
इन्हें अच्छा रहेगा सूर्य गोचर का असर
पंडितों के अनुसार सूर्य का मेष राशि में गोचर (Sun transit in Aries) का असर मेष और सिंह राशि के जातकों के लिए अच्छा फल मिलेगा। वृष, मकर, कन्या और तुला राशि के जातकों को सतर्क रहना होगा। शेष राशियों के लिए इसका असर सामान्य रहेगा।
सूर्य के उपाय
1 – जिन जातकों की कुंडली में सूर्य अच्छा नहीं है या नीच राशि यानी तुला में हैं उन्हें एक महीने तक सूर्योदय के पहले उठकर तांबे के पात्र में लाल चीजें डालकर सूर्य को अर्ध्य देना चाहिए।
2 – जल में लाल चंदन, लाल फूल डालकर सूर्य देवता को जल चढ़ाएं।
3 – रविवार के दिन सुबह जल्दी उठकर सूर्य की पूजा करके आदित्य हृदृय स्त्रोत का पाठ करें।
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