नई दिल्ली। Surya Gochar 2022 अभी तक तुला राशि में चल रहे सूर्य आज से वृश्चिक राशि यानि अपनी राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। आपको बता दें वृश्चिक राशि में गोचर करते ही ये बुध और शुक्र के साथ युति बनाएंगे। सूर्य के गोचर के साथ ही कुछ राशियों के अच्छे दिन शुरू हो जाएंगे।
तीन ग्रहों की युति —
आपको बता दें इसके पहले 11 और 13 नवंबर को बुध और शुक्र भी वृश्चिक राशि में प्रवेश कर चुके हैं। जिसके बाद अब सूर्य के भी इस ग्रह में पहुंचते ही तीन ग्रहों की युति बन जाएगी। Budh Gochar 2022 अभी तक तुला में चल रहे बुध 13 नवंबर यानि कल रविवार को वृश्चिक राशि में प्रवेश कर चुके हैं। आपको बता दें इसके पहले 11 नवंबर शुक्रवार को शुक्र भी वृश्चिक राशि में प्रवेश कर करने के बाद इन्होंने शुक्र के साथ मिलकर बुधादित्य योग बना लिया है।
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार बुद्धि का स्वामी बुध 13 नवंबर यानि रविवार को वृश्चिक राशि में प्रवेश कर चुके हैं। जो करीब 2 दिसंबर तक इसी राशि में विद्यमान रहेंगे। आपको बता दें इन दोनों ग्रहों के साथ होते ही साथ ही 17 नवंबर को सूर्य भी वृश्चिक में पहुंच जाएंगे। जिसके साथ ही मांगलिक कार्य शुरू हो गए हैं। करीब 26 नवंबर से शादियां शुरू हो जाएंगी।
बुध की प्रकृति – Budh Gochar 2022
बुध एक अत्यंत शांत ग्रह है। यह मिथुन राशि और कन्या राशि का स्वामी Budh Gochar 2022 होता है। भ्रमण काल के दौरान जब बुध कन्या राशि में आता है उच्च का कहा जाता है। कन्या राशि 16 से 20 अंश तक यह मूल त्रिकोण में माना जाता है। बुध मिश्रित स्वभाव का ग्रह है। पापी ग्रह के साथ होने पर यह पापी हो जाता है। इसे हरा रंग का माना जाता है।
साल 2022 के बचे दिनों में बुध की चाल —
नवंबर — 13 नवंबर
दिसंबर — 2 दिसंबर
मिश्रित स्वभाव का ग्रह है बुध —
बुध मिश्रित स्वभाव का ग्रह है। पापी ग्रह के साथ Budh Gochar 2022 होने पर यह पापी हो जाता है। इसे हरा रंग का माना जाता है। किसी जातक का रंग जानने के लिए इसे श्याम वर्ण का माना जाता है। इसमें पृथ्वी तत्व की प्रधानता होती है। वाणी, बुद्धि, चर्म, वात, पित्त और कफ का विश्लेषण बुध ग्रह से किया जाता है। बुध प्रधान लोग अक्सर लेखक, कवि, गणितज्ञ, बैंकर, सीए, चित्रकार, प्रखर वार्ताकार और तर्क से सब को परास्त करने वाले होते हैं। बुध ग्रह के प्रभाव से लोगों को बैंकर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, व्यवसायिक बनते देखा गया है। अच्छे व्यवसाय के लिए जातक की कुंडली में बुध का मजबूत होना आवश्यक है। बुध राशि के जातक बहुत अच्छे शिल्पकार भी होते हैं। इस ग्रह को वैश्य जाति का ग्रह कहते हैं। इससे प्रभावित जातकों का भाग्योदय 32 वर्ष पर होता है।
नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें।