Surguja Lok Sabha Result 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में छत्तीसगढ़ की सरगुजा लोकसभा सीट के नतीजे कुछ ही देर में आपके सामने आने वाले हैं।
सरगुजा लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार चिंतामणी महाराज अभी 84 हजार वोटों से बढ़त बनाए हुए है। चिंतामणी के खिलाफ इस सीट से कांग्रेस की शशि सिंह प्रतिद्वंद्वी हैं।
चिंतामणी महाराज ने अभी इनसे 84 हजार से ज्यादा वोटों से आगे चल रहें हैं। नतीजों के मुताबिक चिंतामणी महाराज ने 5.5 लाख से ज्यादा वोट हासिल कर लिए हैं।
जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी शशि सिंह अभी 4 लाख 85 हजार वोटों पर खड़ी हैं। 2019 के चुनाव में इस सीट पर बीजेपी की रेणुका सिंह ने जीत दर्ज की थी.
कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होकर बनाए है बढ़त
चिंतामणि महाराज करीब 11 साल पहले बीजेपी में थे. बीजेपी से उपेक्षित के आरोप पर चिंतामणि महाराज ने 2008 में सामरी विधानसभा से ही निर्दलीय चुनाव लड़ा था. जिसमें वे हार गए थे. इसके बाद महाराज बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. उन्हें साल 2013 में कांग्रेस ने लुंड्रा से टिकट दिया था और वे विधायक बने. 2018 में चिंतामणि महाराज कांग्रेस की टिकट से दूसरी बार विधायक बने. उन्होंने साल 2023 में फिर बीजेपी में शामिल हो गए और पार्टी ने बदले में उन्हें लोकसभा का टिकट दे दिया. बता दें कि चिंतामणी महाराज छत्तीसगढ़ के संत गहिरा गुरु के बेटे हैं.
सरगुजा में शशि सिंह को कम मिले वोट
कांग्रेस ने युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव शशि सिंह को सरगुजा लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया था. सूरजपुर जिले में शशि सिंह जिला पंचायत सदस्य हैं. उन्होंने जिला पंचायत का चुनाव बड़े अंतर से जीता था. सूरजपुर जिले में तेजी से उभरीं युवा नेत्री गोंड़ जनजातीय समाज से हैं. इस कारण उनकी अच्छी सामाजिक पकड़ को देखते हुए पार्टी ने उन्हें टिकट दिया. शशि सिंह को राजनीति विरासत में मिली. इनके पिता स्व तुलेश्वर सिंह छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी सरकार में मंत्री थे. हालांकि चिंतामणि महाराज ने उन्हें हार का मुंह दिखा दिया है.
सरगुजा लोकसभा सीट का इतिहास
बता दें कि साल 2000 में मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य बना है. तभी सरगुजा सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है. इससे पहले कांग्रेस यहां से चुनाव जीतती थी. बता दें कि 2019 में रेणुका सिंह सांसद चुनी गई. वहीं राज्य के निर्माण के बाद की बात करें तो 2004 से यहां कांग्रेस कभी चुनाव नहीं जीत पाई है. लगातार बीजेपी के प्रत्याशी ही विजेता हैं. 2004 में नंदकुमार साय, 2009 में मुरारीलाल सिंह, 2014 में कमलभान सिंह और 2019 में रेणुका सिंह यहां से सांसद बनीं. राज्य निर्माण के पहले 2004 के चुनाव तक कांग्रेस के खेल साय सिंह यहां से 3 बार सांसद रहे हैं.