भोपाल: मध्य प्रदेश में सुपर-30 की तर्ज पर एक श्रमोदय स्कूल बनेगा जिसमें बिना जाति और समुदाय के आधार पर सिर्फ श्रमिकों के बच्चों को एजुकेशन दिया जाएगा। इसमें व्यवस्थाएं भी सुपर-30 की तरह ही विकसित होंगी, जिससे की बच्चे प्रतिभाशाली बनकर भविष्य तय करें। इस बात की जानकारी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को हुई बैठक में दी, उन्होंने कहा कि यह सिर्फ कर्मकांड नहीं, बल्कि विकास की दिशा में ठोस कदम उठाने का है।
सीएम ने कहा है कि रोजगार सेतु पोर्टल को रोजगार प्राप्ति में ज्यादा कारगार बनाने के लिए पोर्टल का विस्तार किया जाएगा। कोरोना काल में करीब 44 हजार प्रवासी श्रमिकों का आर्थिक संवर्धन करने वाले इस पोर्टल में अन्य श्रमिकों का पंजीयन कर उन्हें भी लाभ दिया जाएगा। सीएम ने आगे कहा कि 35 विभागों में से 21 विभाग के कार्यों की समीक्षा पूरी हो चुकी है और आत्म निर्भर मध्यप्रदेश का लक्ष्य भी समय सीमा के अंदर ही पूरा करेंगे।
आहार अनुदान आदिवासियों के खाते में डाले 22 करोड़
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आहार अनुदान योजना में सहरिया, बैगा, भारिया जाति की महिलाओं के खाते में सिंगल क्लिक से 21 करोड़ 92 लाख रुपए डाले। करीब दो लाख 19 हजार महिलाओं के खाते में राशि पहुंची। वीडियो कांफ्रेंसिग में सीएम ने महिलाओं से कहा कि अब हर माह उनके खाते में एक हजार रुपए पोषण राशि के पहुंचेंगे। उन्होंने महिलाओं से कहा कि वे स्व सहायता समूहों से जुड़ें।