भोपाल। Sudan Conflict सूडान में चल रहे मिलिट्री और पैरामिलिट्री फोर्स की लड़ाई में अब भारतीयों की जिंदगी भी मुश्किल में फंस गई है। यहां भोपाल के युवा कारोबारी जयंत केवलानी भी फंसे हैं। उनके सकुशल वापस लाने की गुहार परिजनों ने पीएम से लगाई है। आपको बता दें ये कारोबारी जहां रुके हैं उसी के सामने सेना का मुख्यालय है।
क्या कहना है भारतीयों का —Sudan Conflict
आपको बता दें भोपाल के बैरागढ़ का जो युवक सूडान Sudan Conflict में फंसा है। पिता नरेंद्र केवलानी समेत उनका परिवार भोपाल के संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) में रहता है। करीब डेढ़ महीने पहले वह सूडान में बिजनेस मीटिंग में शामिल होने गए थे।उसका नाम जयंत केवलानी है। जयंत का तुअर की दाल का इंपोर्ट और एक्सपोर्ट का काम है। जिसके लिए वे दुबई गए थे। वहीं से वे सूडान चले गए।
यहां से जयंत को 20 अप्रैल को भारत वापस लौटना था। लेकिन इसी बीच ये लड़ाई चालू हो गई। आपको बता दें सूडान में करीब डेढ़ हजार भारतीयों के फसे होने की खबर सामने आ रही है। पिता नरेंद्र केवलानी समेत उनका परिवार भोपाल के संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) में रहता है। करीब डेढ़ महीने पहले वह सूडान में बिजनेस मीटिंग में शामिल होने गए थे। Sudan Conflict
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युवक ने फोन करके अपने परिजनों Sudan Conflict को बताया कि वहां चार दिन से बिजली नहीं है। पानी भी खत्म हो गया है। फ्लैट के सामने ही सेना का मुख्यालय है। कई कारतूस फ्लैट परिसर में आकर गिरे हैं। मिलिट्री और पैरामिलिट्री की लड़ाई के बीच भारतीय फंसे हैं। इसके बाद परिजनों ने प्रधानमंत्री मोदी से मदद की गुहार लगाई है। वहां गृह युद्ध के हालात बनते हैं। वहां की सेना और पैरामिलिट्री रेपिड सपोर्ट फोर्स के बीच वर्चस्व का संघर्ष चल रहा है। सेना मुख्यालय पर हमले के बाद वहां कोई भी नागरिक घर से बाहर निकलने की स्थिति में नहीं है।