Success Story: कई बार कुछ कामयाबियां मिसाल बन जाती हैं. कुछ ऐसा ही हुआ बिहार में, यहां के गया के ग्रामीण कस्बाई क्षेत्र में जहां एक ही परिवार की 3 लड़कियों ने नीट की परीक्षा पास कर ली और अब डॉक्टर बनने के लिए पढ़ाई कर रहीं हैं .
तीनों बहनों की हर जगह हो रही है बात
गया में एक परिवार की तीन सगी बहनों के डॉक्टर बनने की कहानी इलाके के लोगों को प्रेरणा देती है. यह परिवार आर्थिक तौर पर इतना मजबूत नहीं है, कि तीनों बेटियों को डॉक्टर बना सके. किंतु प्रतिभा जब आगे आई तो फिर आर्थिक हालात भी आड़े नहीं आए. तीनों बहनों को लक्ष्य मिलते चला गया. सबसे पहले दो बहनों की कहानी को जानते हैं.
बुशरा कौशर ने नीट की परीक्षा में सफलता हासिल की है.उनकी दो बहनें अनम इमरान और सादिया यमाला पहले से ही मेडिकल की पढाई कर रही है. अब तीनों बहनें डॉक्टर बनने की राह पर चल चुकी हैं.
बेटियां हो तो ऐसी
मध्यमवर्गीय परिवार से होकर भी ये तीनों बेटियां ने मिसाल कायम की हैं. तीनों बहनों ने कड़ी मेहनत से सरकारी कॉलेज तक पहुचने का जो सफ़र तय किया है वो काबिल तारीफ है. इन तीनों सगी बहनें की कामयाबी को लेकर लोगों का कहना है कि बेटियां हो तो ऐसी.
बचपन का सपना किया पूरा
इन तीनों बहनों की कहानी काफी रोमांचक है. तीनों बहनों ने बचपन में ही सपना बुना था, कि बड़ी होकर डॉक्टर बनेंगी.
बता दें कि इमरान अली का परिवार अब उनमें शामिल हो गया है, जो बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओ को पूरी तरह से निभा रहे हैं. अनाम, सादिया और बुशरा एक मिसाल की उदहारण बन चुकी हैं.
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