Fighter Plane Crash In Morena: मध्य प्रदेश के मुरैना में शनिवार को भारतीय वायु सेना (IAF) के दो लड़ाकू विमान सुखोई-30 और मिराज 2000 हादसे में क्रैश हो गए। हादसे में 1 पायलट की मौत हो गई जबकि दो अन्य पायलट पैरासूट की मदद से बचने में कामयाब हो गए, हालांकि उन्हें भी चोटे आई। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए ग्वालियर ले जाया गया।
जानकारी के मुताबिक, भारतीय वायु सेना (IAF) के दो लड़ाकू विमान सुखोई-30 और मिराज 2000 ने रुटीन ऑपरेशनल फ्लाइंग ट्रेनिंग मिशन के तहत ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरी थी। हालांकि इसी बीच मोरेना के पहाड़गढ़ में विमान हादसे का शिकार हो गया।
घटना के चश्मदीदों ने बताया कि उन्होंने एक तेज धमाके की आवाज सुनी, आग के गोले जमीन पर गिरते हुए देखे और इसके बाद पास की झाड़ियों में पैराशूट से दो पायलट को उतरते देखा। जिसके बाद घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने दोनों पायलटों को झाड़ियों से बाहर निकाला और उन्हें जमीन पर लेटाया। इसके कुछ देर बाद वायुसेना का हेलीकॉप्टर आया और दोनों पायलटों को इलाज के लिए ग्वालियर एयरलिफ्ट कर ले गया।
चश्मदीदों के अनुसार, मोनेरा के पहाड़गढ़ गांव से करीब चार किलोमीटर दूर 500 से 800 मीटर के क्षेत्र में दोनों विमानों का मलबा बिखरा हुआ था और उसमें आग लगी हुई थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आसपास के लोगों ने मिट्टी फेंककर दोनों विमानों में लगी आग को बुझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर जल्द ही आसपास के 15 गांवों के 1,500 से अधिक लोग आ गए।
हादसे में विंग कमांडर हनुमंत राव सारथी की गई जान
अधिकारियों ने बताया कि मिराज के पायलट की पहचान विंग कमांडर हनुमंत राव सारथी के रूप में हुई है। मिराज-2000 सिंगल-सीटर जेट है, उसे विंग कमांडर सारथी उड़ा रहे थे. उनकी जान चली गई है। हादसे की वजहों पर रक्षा विशेषज्ञों ने कहा कि संभव है कि रूस द्वारा डिजाइन किए गए सुखोई-30 एमकेआई जेट और फ्रांसीसी मिराज-2000 के बीच हवा में टक्कर हुई हो।