रिपोर्ट- मनीष तिवारी
Street Dog Problem: एमपी के सागर जिले में अवारा कुत्तों की वजह से डॉक्टरों में दहशत है। अस्पताल में अवारा कुत्ते आए दिन डॉक्टरों और मरीजों पर भौंकते हैं और काटने दौड़ते हैं। जिस वजह से अस्पताल आने वाले लोगों और डॉक्टरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी के विरोध में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने कैंडल मार्च निकालकर विरोध जताया। ये अनोखा कैंडल मार्च डॉक्टर्स ने किसी को न्याय दिलाने नहीं बल्कि खुद की आवारा कुत्तों से रक्षा कि गुहार लगाने के लिए सड़क पर उतरे।
2 डॉक्टरों और एक मरीज के बच्चे को कुत्तों ने काटा
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में एक अजीबोगरीब नजारा दिखा, जहां सीनियर डॉक्टर्स डंडे लेकर आवारा कुत्तों को भगाते नजर आए। इसकी वजह यह है कि लंबे समय से कॉलेज परिसर में आवारा कुत्तों के हमले की घटनाएं बढ़ रही हैं। मरीजों और डॉक्टरों पर भी हमले हुए हैं। हाल ही में एक महिला मरीज और दो डॉक्टर्स के बच्चों को भी आवारा कुत्तों ने काटा था। जिससे पूरे कैंपस में दहशत का माहौल है। बच्चे खेलने के लिए बाहर निकलने से भी डरते हैं। इस परेशानी के चलते डॉक्टर्स ने खुद ही कुत्तों को भगाने का बीड़ा उठाया।
नगर निगम से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक नहीं सुनी गई शिकायत
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में आवारा कुत्तों के आतंक से परेशान डॉक्टरों ने प्रशासन, नगर निगम और सीएम हेल्पलाइन से गुहार लगाई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। अब डॉक्टरों ने गांधीवादी तरीके से विरोध शुरू किया है, जिसकी शुरुआत कैंडल मार्च से हुई। डॉ. रचना जैन, बीएमसी ने कहा, “हम शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज उठा रहे हैं।
डॉक्टर बोले बड़ी घटना का इंतजार नहीं कर सकते
बीएमसी डॉक्टर सर्वेश जैन ने बताया कि स्टॉफ के 2 बच्चों और एक मरीज के बच्चे को कुत्तों ने काटा था महिला सर्दी जुकाम का इलाज कराने आई थी लेकिन इधर रेबीज के इंजेक्शन लगने चालू हो गए। अस्पताल परिसर के पास बड़ी संख्या में कुत्ते हैं। जो बच्चों को देखकर हमला करने की कोशिश करते हैं। साथ ही कई बार आने जाने वाले लोगों पर भी भौंकते हैं।
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ ओपन बोर्ड का रिजल्ट जारी: बारहवीं में 45.48 और दसवीं में 27.65 प्रतिशत बच्चे पास, ऐसे चेक करें परिणाम