Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में भोले बाबा के सत्संग में हिस्सा लेने के लिए कई जिलों से श्रद्धालु पहुंचे थे, इसी दौरान मंगलवार को भगदड़ मच गई, जिसमें करीब 122 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। सैकड़ों लोग घायल हैं। कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा हाथरस जिले से 47 किलोमिटर दूर फुलरई गांव में हुआ है। चश्मदीदों ने बताया कि जैसे ही सत्संग खत्म हुआ लोगों ने भागना शुरू किया, इसी दौरान हादसा (Hathras Stampede) हो गया।
लोग एकसाथ निकल पड़े तो भगदड़ मच गई
हाथरस भगदड़ की घटना की चश्मदीद शकुंतला देवी का कहना है, वहां भोले बाबा का सत्संग चल रहा था।
सत्संग खत्म होते ही कई लोग वहां से एकसाथ निकलने लगे। सड़क ऊबड़-खाबड़ होने के कारण भगदड़ मच गई और लोग गिर गए।
भगदड़ की एक वजह यह भी
श्रद्धालु शकुंतला देवी ने बताया कि लोग एक-दूसरे के ऊपर गिर गए, जिससे कई लोगों की मौत हो गई।
इस हादसे में शकुंतला देवी की पड़ोसन की भी मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि बहुत सारे लोग संत्सग सुनने के लिए आए थे।
ऐसे में बताया जा रहा है कि करीब 50 हजार लोग प्रवचन सुनने के लिए अलग-अलग जिलों से आए थे, लेकिन पंडाल में उमस और गर्मी की वजह से भगदड़ मच गई।
कार्यक्रम जैसे ही खत्म हुआ तो लोग इधर-उधर भागने लगे और ये हादसा हुआ।
भाई की पत्नी लापता, कोई मदद नहीं मिली
हाथरस भगदड़ (Hathras Stampede) की घटना के प्रत्यक्षदर्शी सुरेश कहते हैं कि मैं अपने परिवार के सदस्यों के साथ बदांयू से यहां आया था।
मेरे छोटे भाई की पत्नी भगदड़ के बाद से लापता है। हमें पता चला कि कई लोग लापता हैं। मैं माइक से घोषणा कर रहा था, लेकिन इससे कोई मदद नहीं मिली।
सुरेश बताया कि छोटे भाई की पत्नी का नाम गीता है वह भगदड़ से बाद से ही लापता हैं। उनका कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है।
उन्होंने कहा कि हम लोग जिला बदायूं से कुल आठ लोग आए थे। सात लोग तो साथ में हैं, लेकिन केवल उनके भाई की पत्नी गायब हैं।
उन्होंने बताया कि इस हादसे में और भी लोग गायब हैं, जो नहीं मिल रहे हैं। तो वहीं उन्होंने कहा पुलिस प्रशासन कुछ भी नहीं बता रहा है।
सत्संग को लेकर उन्होंने कहा कि आज एक दिन का ही कार्यक्रम था और इतना बड़ा हादसा (Hathras Stampede) हो गया।
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मेरी 15 साल की बेटी लापता है, कहीं नहीं मिल रही
सत्संग में भगदड़ की घटना के एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि हम आगरा से यहां सत्संग में शामिल होने आए थे।
मेरी 15 साल की बेटी लापता है। आगरा से करीब 20-25 लोग आए थे, लेकिन हमें मेरी बेटी कहीं नहीं मिल रही है।
पुलिस कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है।