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हाइलाइट्स
- नौगाम पुलिस स्टेशन ब्लास्ट में 9 की मौत, 29 घायल
- रेड फोर्ट मॉड्यूल के विस्फोटक से हादसा, जांच जारी
- धमाका 30 किमी दूर तक सुना गया, इलाके में सुरक्षा कड़ी
Srinagar Naugam Blast: श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन ब्लास्ट ने शुक्रवार 14 नवंबर को देर रात पूरे इलाके को दहला दिया। इस भीषण धमाके में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 29 लोग घायल हो गए। पुलिस स्टेशन में वह विस्फोटक सामग्री रखी गई थी, जिसे हाल ही में दिल्ली के रेड फोर्ट ब्लास्ट टेरर मॉड्यूल से बरामद किया गया था।
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सीसीटीवी कैमरे कैद हुआ धमाका[/caption]
यह धमाका इतना शक्तिशाली था कि इसकी आवाज 30 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी और थाने के साथ-साथ आसपास के वाहन भी आग की चपेट में आ गए।
नौगाम पुलिस स्टेशन में भीषण विस्फोट
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नौगाम पुलिस स्टेशन में धमाका[/caption]
देर रात हुए इस नौगाम धमाके ने इलाके में हड़कंप मचा दिया। पुलिस स्टेशन की इमारत में आग लग गई और कई वाहन पूरी तरह जलकर खाक हो गए। रात करीब 12 बजे से पहले ही बड़ी संख्या में फायर टेंडर और एंबुलेंस मौके पर पहुंच गईं।
सुरक्षा एजेंसियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नौगाम क्षेत्र को घेर लिया और सभी रास्तों को बंद कर दिया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू करवाया।
रेड फोर्ट टेरर मॉड्यूल से बरामद विस्फोटक बने हादसे की वजह?
सूत्रों के मुताबिक जांच इस बात पर केंद्रित है कि क्या यह धमाका रेड फोर्ट ब्लास्ट मॉड्यूल से बरामद विस्फोटकों की निरीक्षण प्रक्रिया के दौरान हुआ।
फोरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीम और मजिस्ट्रेट घटनास्थल पर मौजूद थे और नमूने लिए जा रहे थे।
केंद्रीय जांच का मुख्य फोकस:
क्या निरीक्षण के दौरान अमोनियम नाइट्रेट या अन्य केमिकल में विस्फोट हुआ?
क्या विस्फोटकों को सुरक्षित तरीके से संग्रहित किया गया था?
क्या यह चूक रेड फोर्ट टेरर नेटवर्क की बरामद सामग्री से जुड़ी है?
जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल की जांच का केंद्र था नौगाम थाना
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जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल की जांच का केंद्र था नौगाम थाना[/caption]
यह वही नौगाम पुलिस स्टेशन है, जिसने हाल ही में जैश-ए-मोहम्मद के इंटरस्टेट टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। पिछले हफ्ते पुलिस ने मॉड्यूल के तीन डॉक्टरों को फरीदाबाद (हरियाणा) और सहारनपुर (यूपी) से गिरफ्तार किया था, जबकि चौथा आरोपी उमर नबी फरार है।
यही मॉड्यूल रेड फोर्ट ब्लास्ट के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है। जांच अक्टूबर में शुरू हुई थी, जब नौगाम क्षेत्र में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर दिखाई दिए थे।
2,900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद
पुलिस ने छापेमारी के दौरान करीब 2,900 किलो संदिग्ध विस्फोटक सामग्री बरामद की थी, जिसमें शामिल थे:
350 किलो अमोनियम नाइट्रेट
पोटाश
फॉस्फोरस
ज्वलनशील पदार्थ
इलेक्ट्रॉनिक सर्किट
बैटरियां और तार
रिमोट कंट्रोल
टाइमर
मेटल शीट
पुलिस ने यह नहीं बताया है कि इस भारी मात्रा में सामग्री में से कितना हिस्सा नौगाम थाना लाया गया था।
30 किलोमीटर दूर तक गूंजा धमाका
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30 किलोमीटर दूर तक गूंजा धमाका[/caption]
धमाके की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसकी आवाज लगभग 30 किमी दूर तक सुनी गई। उस वक्त करीब आधी रात होने के बावजूद पूरा इलाका दहल उठा।
धमाके के बाद पुलिस स्टेशन और आसपास के वाहनों में लगी आग ने भयानक दृश्य पैदा कर दिया।
जांच जारी, सुरक्षा कड़ी
नौगाम ब्लास्ट के बाद क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जांच एजेंसियां दो प्रमुख एंगल पर काम कर रही हैं:
दुर्घटनावश विस्फोट
विस्फोटक के गलत भंडारण या केमिकल रिएक्शन
फिलहाल पुलिस इस धमाके को दुर्घटना मान रही है। लेकिन इसका कनेक्शन आतंकियों से बरामद सामग्री से होने के कारण मामला अत्यंत संवेदनशील है।
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