SPICEJET: विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने 80 पायलटों को बिना वेतन तीन महीनें छुट्टी पर भेज दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्पाइसजेट को यह फैसला डीजीसीए की ओर से सख्ती के बाद लेना पड़ा है।
स्पाइसजेट ने ये कहा
इसकी जानकारी देते हुए स्पाइसजेट ने कहा, “स्पाइसजेट ने कुछ पायलटों को तीन महीने की अवधि के लिए बिना वेतन के छुट्टी पर रखने का फैसला किया है। यहां यह गौर करने वाली बात है कि स्पाइसजेट किसी भी कर्मचारी की छंटनी नहीं कर रहा है। कोरोना महामारी के दौरान भी एयरलाइन ने कर्मचारियों की छंटनी नहीं की। इसे लेकर एयरलाइन अपने कर्मियों को लेकर प्रतिबद्ध है। “
आगे एयरलाइन ने अपने बयान में कहा कि तकनीकी खराबी के कारण दो दुर्घटनाओं के बाद मार्च 2019 से नवंबर 2020 के बीच बोइंग 737 मैक्स विमान की ग्राउंडिंग ने आर्थिक रूप से घिरे एयरलाइन को क्षति पहुंची है। हालांकि कंपनी ने उम्मीद जताई है कि स्थिति जल्द ही ठीक हो जाएगी। इस पर एयरलाइन ने कहा, “हम जल्द ही मैक्स विमान शामिल करेंगे और ये पायलट शामिल होने के साथ ही सेवा में वापस आ जाएंगे। एलडब्ल्यूपी अवधि के दौरान, यह आश्वासन दिया कि पायलट समेत सभी कर्मचारी लाभों के लिए पात्र रहेंगे, जैसा कि लागू बीमा लाभ और कर्मचारी छुट्टी पर है।”
कंपनी झेल रही है घाटा
बता दें कि स्पाइसजेट कंपनी पिछले 4 साल से घाटे में चल रही है। वित्तीय वर्ष 2019 में कंपनी को 316 करोड़ रुपये, वर्ष 2020 में 934 करोड़ रुपये, वित्तीय वर्ष 2021 में 998 करोड़ रुपये, वित्तीय वर्ष 2022 में 1,725 करोड़ रुपये और वित्तीय वर्ष 2023 की पहली तिमाही में 789 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा उठाना पड़ा है। बता दें कि डीजीसीए ने 27 जुलाई को स्पाइसजेट को कई हवाई सुरक्षा घटनाओं की सूचना के बाद अगले आठ हफ्तों के लिए अपनी केवल 50% उड़ानों को संचालित करने का आदेश दिया था।