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Astronaut बनने का सपना करें पूरा: सुनीता विलियम्स की तरह ऐसे बन सकते हैं अंतरिक्ष यात्री, इन कोर्सेस के लिए करें अप्लाई

Space Science Career Options After 12th; सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में सबसे ज्यादा समय रहने वाली पहली महिला वैज्ञानिक हैं। यदि आप भी उनकी तरह स्पेस साइंटिस्ट या एस्ट्रोनॉट बनना चाहते हैं तो पढ़ना जारी रखें..

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Vishalakshi Panthi
Astronaut Sunita Williams

Astronaut Career Options: सुनीता विलियम्स भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री (Astronaut) हैं, जिन्होंने नासा (NASA) के लिए कई स्पेस मिशन्स पर काम किया है। उन्होंने अंतरिक्ष में बतौर एक महिला सबसे ज्यादा समय बिताया है। सुनीता विलियम्स ने 1987 में यूएस नेवल एकेडमी से फिजिकल साइंस में बैचलर डिग्री हासिल की थी। इसके बाद 1995 में फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर ऑफ साइंस की पढ़ाई की। 

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12वीं के बाद करें ये कोर्स

क्या आप भी सुनीता विलियम्स की तरह एक एस्ट्रोनॉट बनना चाहते हैं? लेकिन पता नहीं है कि एस्ट्रोनॉट कैसे बना सकते हैं। तो चलिए आपके अंदर उठ रहे इन सवालों का जवाब ढूंढते हैं। आपके इस सवाल का जवाब बहुत सरल है। यदि आप पढ़ने में बहुत ब्राइट स्टूडेंट हैं और साइंस में आपको दिलचस्पी है तो आप 12वीं के बाद देश के किसी प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूट से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग का कोर्स करें। 

इन कोर्सेस में करनी होगी पढ़ाई 

सुनीता विलियम्स की तरह बनने के लिए आपको 12वीं के बाद ही अपना रास्ता चुनना होगा। स्पेस साइंटिस्ट बनने के लिए आपको एरोनॉटिक्स, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, एस्ट्रोफिजिक्स या इसी तरह के किसी सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करनी होगी। किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या इंस्टीट्यूट से इन सब्जेक्ट्स में एडमिशन लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होगा। भारत में आईआईटी (Indian Institute of Technology), इसरो (ISRO) और अन्य यूनिवर्सिटी इन कोर्स को उपलब्ध कराती हैं। 

एस्ट्रोनॉट बनने के लिए क्वालिफिकेशन्स

एरोनॉटिक्स, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और एस्ट्रोफिजिक्स सब्जेक्ट्स से आप ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन या फिर पीएचडी करें। इसके बाद आप किसी स्पेस इंस्टीट्यूट जैसे इसरो या फिर नासा में अप्लाई कर सकते हैं। इन इंस्टीट्यूट में सिलेक्शन पाने के लिए आपके पास अगर कुछ प्रोफेशनल एक्सपीरियंस हो तो बेहतर होगा। इससे सिलेक्शन मिलने में आपको प्राथमिकता मिल सकती है। आप इंजीनियर, साइंटिफिक रिसर्चर या फिर बतौर पायलट एक्सपीरियंस ले कर इसरो या नासा जैसे इंस्टीट्यूट्स में अप्लाई कर सकते हैं। नासा में अप्लाई करने के लिए आपके पास कम से कम 3 साल का प्रोफेशनल एक्सपीरियंस होना जरूरी है। 

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इसरो-नासा में पहुंचने के बाद भी करनी होगी मेहनत

नासा या इसरो जैसे स्पेस रिसर्च इंस्टीट्यूट्स में एंट्री के बाद आपको अगर अंतरिक्ष में जाना है तो इसके लिए आपको अलग से मेहनत करनी होगी। सबसे पहले तो आपको फिजिकली फिट होना होता है। इसके बाद ही आप स्पेस में जाने के लिए सिलेक्ट हो सकेंगे। सिलेक्शन मिलने के बाद आपको जीरो ग्रेविटी ट्रेनिंग, अंतरिक्ष में चलने की ट्रेनिंग और अन्य संबंधित कोर्सेस की ट्रेनिंग दी जाएगी। 

Nasa Astronauts Sunita Williams: सुनीता विलियम्स की पृथ्वी पर वापसी, तड़के 3.28 बजे फ्लोरिडा तट पर लैंड हुआ यान

सुनीता विलियम्स। (फोटो-एएनआई)

Nasa Astronauts Sunita Williams: नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स करीब नौ महीने तक अंतरिक्ष में रहने के बाद बुधवार तड़के 3:28 बजे फ्लोरिडा के तट पर समुद्र में सकुशल लैंड हो गईं। उनके साथ विलमोर, निक हेग और रूस के एलेक्जेंडर गोरबुनोव भी थे। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें..

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