राजनांदगांव। एसपी मोहित गर्ग को जनवरी के गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रपति पुलिस वीरता पुरस्कार से नवाजा जाएगा। ये सम्मान उन्हें 26 जनवरी को मिलेगा। एसपी मोहित गर्ग ने नक्सल मोर्चे को हैंडल करने के लिए बेहतरीन कार्य किया है।
2019 और 2020 में भी मिल चुका सम्मान
बीजापुर एसपी रहते हुए उन्होंने 10 नक्सलियों को ढेर करने में सफलता हासिल की थी। उनके सराहकार्य को देखते हुए उन्हें तीसरी बार सम्मानित किया जा रहा है। इसके पहले उन्हें 2019 और 2020 में भी ये पुरस्कार मिला चुका है। ऐसे में मोहित गर्ग राज्य के ऐसे पहले पुलिस अधिकारी बन गए हैं चो लगातार तीसरी बार सम्मानित होंगे।
10 नक्सलियों को किया था ढेर
बता दें कि बीजापुर में पुलिस अधीक्षक रहने के दौरान थाना भैरमगढ़ अंतर्गत बोडगा के जंगल में सशस्त्र नक्सलियों की सूचना पर मोहित गर्ग के नेतृत्व में डीआरजी और एसटीएफ की टीम संयुक्त अभियान पर रवाना हुई थी। 7 फरवरी 2019 को बोड़गा नाले के पास पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें 5 पुरुष और 5 महिला समेत कुल 10 नक्सलियों को मार गिराया गया था।
2013 बैच के आईपीएस हैं मोहित गर्ग
मोहित गर्ग छत्तीसगढ़ कैडर 2013 बैच के आईपीएस हैं। वे मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले हैं। मोहित गर्ग ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद IIM अहमदाबाद से एमबीए किया। यूपीएससी में चयन से पहले उन्होंने एक साल तक आईटीसी में नौकरी भी की।
आईआईएम से किया था एमबीए
बता दें कि एसपी मोहित गर्ग छत्तीसगढ़ कैडर 2013 बैच IPS हैं। उन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद आईआईएम इहमदाबाद से एमबीए किया। सिवल सर्वेसेज में सिलेक्ट होने से पहले मोहित गर्ग ने एक साल तक आईटीसी में नौकरी भी की थी। वे मूल रुप से दिल्ली के रहने वाले हैं।
इन जिलों में कर चुके कार्य
छत्तीसगढ़ में मोहित गर्ग ने पुलिस अधिकारी के रुप में विभिन्न जिलों में कार्य किया है। उन्होंने सीएसपी बिलासपुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बीजापुर और पुलिस अधीक्षक गरियाबंद, बीजापुर, नारायणपुर, कबीरधाम, बलरामपुर में पदस्थ रह चुके हैं।