वाशिंगटन, 18 जनवरी (एपी) दक्षिणपंथी प्रदर्शनकारियों के छोटे-छोटे समूह रविवार को अमेरिका के राज्यों में संसद भवनों के बाहर एकत्रित हुए, जिन्हें वहां तैनात ‘नेशनल गार्ड’ और पुलिस के जवानों ने खदेड़ दिया। कुछ प्रदर्शनकारियों के पास हथियार भी थे।
प्रदर्शनकारियों के भीड़ को खदेड़ने के बाद से ही वहां सन्नाटा छाया है और किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है। अधिकतर स्थानों पर शांति बनी रही।
गौरतलब है कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन और नवनिर्वाचित उप राष्ट्रपति कमला हैरिस के बुधवार को शपथ ग्रहण समारोह से पहले, हथियारबंद लोगों द्वारा हिंसा की आशंका तथा अन्य खतरों के संबंध में अनेक रिपोर्टों के मद्देनजर सप्ताहांत पर देश की राजधानी की सुरक्षा चाक चौबंद कर दी गई।
वहीं, राज्यों के संसद भवनों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है तथा सुरक्षा अधिकारी छह जनवरी को अमेरिकी संसद भवन पर हुए भीड़ के हिंसक हमले जैसी घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कमर कस के तैयार हैं ताकि सत्ता हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से हो सके।
प्रदशर्नकारियों में से कुछ ने कहा कि वे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करने के लिए यहां आए हैं। वहीं, अन्य ने कहा कि वे बंदूक रखने के उनके अधिकार के समर्थन में या बढ़ते सरकारी दखल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
मिशिगन के एक प्रदर्शनकारी मार्टिन सेजैग ने कहा, ‘‘मैं चुनाव के नतीजों पर विश्वास नहीं करता।’’
उन्होंने गले में एक तख्ती टांग रखी थी, जिस पर लिखा था, ‘‘ हम राष्ट्रपति के तौर पर जो बाइडन को स्वीकार कर लेंगे अगर आप यह साबित कर दें कि उन्होंने कानूनी तरीके से जीत हासिल की है। हमें सबूत दिखाएं।’’
ओहायो के राज्य संसद भवन के पास करीब 20 लोग पहुंचे, जिनमें से कुछ ने हाथों में बंदूकें ले रखी थी।
प्रदर्शनकारियों में से एक कैथी शरमन ने कहा कि वह राष्ट्रपति का समर्थन करती हैं लेकिन साथ ही उन्होंने खुद को कैपिटल हिल पर हमला करने वाली भीड़ से भी अलग बताया।
ओरेगन और टेक्सास में भी कुछ लोगों ने प्रदर्शन किया।
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों के कैपिटल (अमेरिकी संसद) पर हमले की घटना के बाद एफबीआई ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ ग्रहण करने से पहले वाशिंगटन और सभी 50 राज्य के संसद भवनों में हथियारबंद लोगों द्वारा हमले की चेतावनी दी थी।
कैपिटल पर हुए हमले में एक पुलिस अधिकारी सहित पांच लोग मारे गए थे। अभी तक इस मामले में करीब 125 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
एपी निहारिका मानसी
मानसी