प्रेमानंद महाराज के प्रवचन के दौरान एक भक्त ने सवाल किया — “क्या गुटका या मसाला खाकर रामायण पाठ करना उचित है?” इस पर महाराज ने सख्त शब्दों में जवाब दिया — “ऐसा करने वाले गंदी प्रवृत्ति के लोग हैं। मसाला-गुटखा खाना अपराध है।” उन्होंने कहा कि भगवान के नाम का स्मरण करने से पहले तन और मन की शुद्धता जरूरी है। महाराज का यह प्रवचन सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे लोग धर्म और अनुशासन का सच्चा संदेश बता रहे हैं। ऐसे और प्रेरक प्रवचन देखने के लिए जुड़े रहें Bansal News के साथ!
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