MP Outsource Employees: मध्यप्रदेश के कुछ आउटसोर्स कर्मचारियों की दिवाली फीकी रही। कुछ 8-10 आउटसोर्स कर्मचारियों सितंबर और अक्टूबर की सैलरी नहीं मिली। अब उन्होंने मुख्यमंत्री से जांच की मांग की है।
इन कर्मचारियों को नहीं मिली सैलरी
जनजातीय कार्य विभाग के मध्यप्रदेश राज्य स्तरीय सहरिया, भार्या विकास प्राधिकरण भोपाल, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री के निज सहायक नीलेश सोनी, हीरालाल प्रजापति, श्री राम, जितेंद्र प्रजापति, दीपेंद्र विश्वकर्मा, देवेंद्र सोनी समेत 8-10 कर्मचारियों को सितंबर और अक्टूबर के वेतन का भुगतान नहीं किया गया।
सीएम मोहन ने की थी घोषणा
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 28 अक्टूबर को दीपावली के पहले सभी कर्मचारियों के वेतन भुगतान की घोषणा की थी, लेकिन इन कर्मचारियों को सितंबर के वेतन का भुगतान भी नहीं किया गया है। सेंड मैप जनजातीय कार्य विभाग भोपाल के अधिकारियों ने बिल नहीं भेजा और दिवाली पर इन्हें वेतन नहीं मिला।
कर्मचारियों ने कर्ज लेकर मनाई दिवाली
आउटसोर्स कर्मचारियों की जरूरतें उनकी सैलरी से पूरी होती हैं। 8 से 12 घंटे तक ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को 2 महीने से सैलरी नहीं मिली। कुछ कर्मचारियों को त्योहार मनाने के लिए कर्ज लेना पड़ा। दूसरे सरकारी कर्मचारियों के लिए सरकार ने दिवाली से पहले वेतन भुगतान की घोषणा कर दी थी, लेकिन आउटसोर्स कर्मचारियों पर ध्यान नहीं दिया।
ये खबर भी पढ़ें: सीजी में पैदा होगा बैंगनी आलू: पोषण से भरपूर पोटैटो से किसानों की आय होगी दोगुनी, इसे खाने से ही कई बीमारियां होंगी ठीक
सीएम से की जांच की मांग
कर्मचारियों ने सीएम मोहन यादव से गुहार लगाते हुए निवेदन किया है कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाए कि बिल क्यों रोके गए। अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाए। उनके ही वेतन से कटौती करके कर्मचारियों के वेतन की भरपाई की जाए।
ये खबर भी पढ़ें: भोपाल की 243 लोकेशन में बढ़ेंगे प्रॉपर्टी रेट: गाइडलाइन में 5 से 200% तक बढ़ाने का प्रस्ताव, 2025 में नए रेट पर रजिस्ट्री