कोलकाता। (भाषा) तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को दिल्ली में पश्चिम बंगाल नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी के साथ उनकी बैठक को लेकर हटाने की मांग की। तृणमूल सांसदों डेरेक ओ’ब्रायन, सुखेंदु शेखर रॉय और महुआ मोइत्रा द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि अधिकारी और सॉलिसिटर जनरल के बीच हुई बैठक ‘अनुचित’ है क्योंकि भाजपा विधायक अधिकारी नारद और शारदा मामलों में एक आरोपी हैं, जिनकी जांच चल रही है।
I welcome the judgement(Calcutta HC)given but charge should be given to independent agency; FIR must be filed outside Bengal& probe should continue. Things will be clear then. The interim report proves the affidavit(post-poll violence)filed by Bengal CM is false: Suvendu Adhikari
— ANI (@ANI) July 2, 2021
अहम है अधिकारी और मेहता की मुलाकात
पत्र के अनुसार, अधिकारी की गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद हुई इस बैठक से संशय पैदा होता है। तृणमूल सांसदों ने दावा किया कि अधिकारी पर नारद और शारदा मामले से संबंधित धोखाधड़ी, रिश्वतखोरी और अवैध लाभ लेने के विभिन्न मामलों में आरोपी हैं। उन्होंने कहा कि शारदा चिटफंड घोटाले में जांच एजेंसी को सलाह देने के अलावा सॉलिसिटर जनरल नारद मामले में उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय में सीबीआई की ओर से पेश हो रहे हैं। पत्र में उन्होंने कहा कि अधिकारी और सॉलिसिटर जनरल के बीच बैठक न केवल अनुचित है, बल्कि हितों का सीधा टकराव है और देश के दूसरे सर्वोच्च कानून अधिकारी सॉलिसिटर जनरल के पद को भी कलंकित करता है।तृणमूल सांसदों ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि भारत के सॉलिसिटर जनरल के पद की ‘तटस्थता और सत्यनिष्ठा’ बनाए रखने के लिए, मेहता को पद से हटाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।