Soap Use: भारत में जहां पर संस्कृति के नजरिए से घर हो या बाहर हर कोई मिल-जुलकर रहते ही है अगर खाने से लेकर टीवी के रिमोट पर हर कोई एक साथ उपयोग में लेता ही है। नहाने की बात की जाए तो बाथरूम में साबुन हर किसी की अलग ना होकर एक ही होती है जो जल्दी भले खत्म हो जाती है तो संक्रमण के नजरिए से खतरनाक भी हो सकता है। यहां पर हम जानेगें पूरे परिवार को एक साबुन का प्रयोग साथ करना चाहिए या नहीं।
क्या एक साबुन से नहाए या नहीं
आपको बताते चलें, साबुन की टिकिया एक ही होने पर यह बैक्टीरिया का घर हो जाती है। इसे लेकर इंडियन जर्नल ऑफ डेंटल रिसर्च में सामने आया है, बार वाली साबुन, लिक्विड साबुन की तुलना में अलग होती है यहां पर 2 से 5 के करीब कीटाणु साबुन पर नजर आते है।
इसके अलावा जुलाई 2015 में अमेरिकन जर्नल ऑफ इंफेक्शन कंट्रोल में किए गए खुलासे में कहा गया, लगभग 62 प्रतिशत बार साबुन दूषित थे, जबकि लिक्विड सोप केवल 3 प्रतिशत दूषित थे। साबुन पर बैक्टीरिया के मामले में ई. कोली, साल्मोनेला और शिगेला बैक्टीरिया, साथ ही नोरोवायरस और रोटावायरस और स्टैफ जैसे वायरस मौजूद होते है।
साबुन शेयर करने से फैलते है ये बैक्टीरिया
आपको बताते चलें, फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के फुटबॉल खिलाड़ियों के 2008 के एक अध्ययन में साबुन पर किस तरीके के बैक्टीरिया पनपते है इस पर रिपोर्ट आई थी। जो लोग साबुन साझा करते थे, उनमें मेथिसिलिन-प्रतिरोधी स्टैफिलोकोकस ऑरियस (एमआरएसए), एक एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी स्टैफ संक्रमण होने की अधिक संभावना थी।
ऐसे साबुन पर के संक्रमण से करें बचाव
अगर साबुन पर किसी प्रकार का संक्रमण है तो आप इसका बचाव या संक्रमण के खतरे को लेकर आप खास बातों का ध्यान रख सकेगें जो बहुत जरूरी है।
1- अगर आपके घर में एक ही साबुन से घर के हर सदस्य नहाते है तो, शरीर पर इस्तेमाल करने से पहले एक बार जरूर धो लें। ध्यान रखें कि साबुन का इस्तेमाल करते समय आप अच्छी तरह से झाग बना लें।
साबुन का प्रयोग एक बार धोने के बाद याद से इसे सुखा लें क्योंकि गीले साबुन पर स्किन सेल्स के साथ बैक्टीरिया पनपने की अधिक संभावना होती है।
2- साबुन का प्रयोग आप बैक्टीरिया बढ़ने की वजह से नहीं करना चाहते है तो, आप इनकी जगह पर लिक्विड सोप या बॉडी वॉश पर स्विच कर सकते हैं और यहां तक कि जीरो-टच डिस्पेंसर वाला साबुन भी चुन सकते हैं।
3-ड्रेनिंग सोप डिश का इस्तेमाल करें और इसे नियमित रूप से धोएं और साफ करें।
4- जैसा कि, साबुन पर संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है ऐसे में आप साबुन का इस्तेमाल ज्यादा ना करें, इसकी जगह यह शरीर को कई तरह के वायरस और बैक्टीरिया और उनके द्वारा होने वाले संभावित संक्रमणों से बचाने में मदद करता है।
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