Chhattisgarh Smart Meter: छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (CSPDCL) ने दुर्ग जिले में स्मार्ट बिजली के मीटर लगाने की शुरूआत कर दी है। दुर्ग के मुख्य अभियंता एम जामुलकर ने भिलाई तीन स्थित सीएसईबी कॉलोनी में बबिता नाम की उपभोक्ता के घर में पहला स्मार्ट मीटर लगाया। इस दौरान बिजली विभाग के कई इंजीनियर मौजूद रहे।
छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (CSPDCL) ने दुर्ग जिले को स्मार्ट जिला बनने के लिए एक नई पहल शुरू की है। CSPDCL ने अब पूरे जिले में स्मार्ट बिजली के मीटर लगाने की शुरुआत की है।
वहीं, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण ने इसके बाद पूरे देश में स्मार्ट डिजिटल मीटर लगाने का प्लान बनाया है, जिसके तहत प्राधिकरण ने उपभोक्ताओं के घरों में पुराने इलेक्ट्रॉनिक मीटर को बदलकर नए स्मार्ट मीटर लगाने के निर्देश दे दिए हैं।
इसके तहत दुर्ग के चीफ इंजीनियर एम. जामुलकर ने भिलाई तीन स्थित सीएसईबी कॉलोनी में बबिता नाम की उपभोक्ता के घर में पहला डिजिटल मीटर लगाया है। मीटर लगाने के दौरान बिजली विभाग के खई इंजीनियर मौजूद थे।
पहले फेस में 25 हजार स्मार्ट मीटर लगाने की योजना
चीफ इंजीनियर एम.जामुलकर ने कहा कि जिले में घरेलू कंज्यूमर के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने का काम शुरू कर दिया गया है। वहीं, पहले चरण में 25 हजार घरों में स्मार्ट मीटर को लगाया जाएगा। इस लक्ष्य को पूरा करने के बाद इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
पहले पोस्टपेड, फिर होगा प्रीपेड
चीफ इंजीनियर एम. जामुलकर ने आगे कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने की योजना काफी अहम है। चीफ इंजीनियर ने कहा की शुरुआती दो महीने तक मीटर पोस्टपेड रहने वाला है और फिर बाद में इसको प्रीपेड में बदल दिया जाएगा।
यानी तीसरे महीने से मीटर को प्रीपेड कर दिया जाएगा। कंज्यूमर को बिजली का यूज करने के लिए पहले मोबाइल फोन की तरह अपना रिचार्ज करना होगा और उसके अनुसार बिजली की सप्लाई दी जाएगी। साथ ही कंज्यूमर को बिजली उपयोग करने से पहले मोबाइल की तरह ही पहले रिचार्ज करना होगा और उसके मुताबिक ही बिजली की सप्लाई होगी। वहीं, स्मार्ट मीटर लगाने से बिजली की चोरी पर भी लगाम लगाई जा सकती है।
क्या होगा स्मार्ट मीटर से फायदा?
1. स्मार्ट मीटर लगने से उपभोक्ताओं को सही और सटीक मीटर रीडिंग की जानकारी काफी आसानी से मिल पाएगी।
2. मोबाइल पर बिजली खपत की पूर्ण जानकारी एक क्लिक पर मिलेगी।
3. बिजली रिचार्ज और बैलेंस की जानकारी मोबाइल पर ही आसानी से देखा जा सकेगा।
4. स्मार्ट प्रीपेड मीटर को बिल्कुल मोबाइल फोन की तरह रिचार्ज करना होगा।
5. जितने का रिचार्ज उपभोक्ताओं करेंगे, उन्हें उतनी ही राशि की बिजली का इस्तेमाल करने को मिलेगा।
6. किसी भी UPI एप और ऑवलाइव के जरिए मीटर का रिचार्ज हो सकेगा।
7. साथ ही रेगुलर मीटर से स्मार्ट मीटर लगवाने के लिए कंज्यूमर से किसी भी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
8. साथ ही बिजली का बैलेंस खत्म होने के पहले ही कंज्यूमर को मोबाइल पर अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा।
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