कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ‘फर्जी’ टीकाकरण कैम्प का शिकार हुईं तृणमूल कांग्रेस सासंद मिमी चक्रवर्ती (Mimi Chakraborty) की तबीयत शनिवार को बिगड़ गई। उन्होंने चार दिन पहले शहर के कस्बा इलाके में आयोजित एक कैम्प में वैक्सीन लगवाई थी। हालांकि, टीका लगवाने के बाद ही उन्हें धांधली का शक हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मामले की जांच शुरू हुई और यह एक बड़े वैक्सीन घोटाले के रूप में सामने आया। फिलहाल घर पर उनका इलाज जारी है।
I took Covishield vaccine at the camp to motivate people for taking jabs. But I never received a confirmation message from CoWIN. I lodged a complaint with Kolkata Police & the accused was arrested. He was using a car with a blue beacon & fake sticker: Mimi Chakraborty (2/2)
— ANI (@ANI) June 23, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मिमी ने तबीयत बिगड़ने के बाद आज सुबह अपने घर डॉक्टर को बुलाया। उनके पेट में तेज दर्द था और लगातार पसीना आ रहा था। उन्हें अस्पताल में एडमिट कराने की सलाह दी गई है। लेकिन फिलहाल उन्होंने एडमिट होने से मना कर दिया है और घर पर ही इलाज चल रहा है।
मोबाइल पर मैसेज नहीं आया तो हुआ शक
मिमी ने बताया कि उन्होंने लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए कैम्प में जाकर कोवीशील्ड का डोज लिया था। लेकिन उनके मोबाइल पर COWIN का मैसेज नहीं आया। ऐसे में शक होने पर उन्होंने पुलिस में शिकायत की और बाद में आरोपी पकड़ा गया।
क्या है ‘वैक्सीन घोटाला’?
कोलकाता में कुछ समय से ‘फर्जी वैक्सीन कैम्प’ का मामला सुर्खियों में है। यहां देबांजन देव नाम के एक शख्स ने खुद को आईएएस अधिकारी बताकर दो वैक्सीन कैम्प आयोजित किए थे। माना जा रहा है कि इस दौरान टीएमसी सांसद समेत करीब दो हजार लोगों ने टीका लगवाया था। मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने कई वैक्सीन की जगह पर इस्तेमाल किए जा रहे वायल पर लगे एक एंटीबायोटिक इंजेक्शन के फर्जी लेबल बरामद किए।