नई दिल्ली। ग्रह मंडल में Shukra Ka Gochar 2022 उपस्थित सभी नौ ग्रहों में से एक शुक्र ग्रह को मंत्री माना गया है। शुक्र ग्रह की अधिपति लक्ष्मी जी हैं। इन्हें एक स्त्री ग्रह माना गया है। सभी ग्रहों की तरह शुक्र ग्रह भी अपना एक असर दिखाते हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल कुमार पाण्डेय की मानें तो शुक्र ग्रह से प्रभावित लोगों का भाग्योदय 25 वर्ष की आयु में होता है। हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगले साल कब—कब अपनी चाल बदलेंगे। साथ ही इनसे आपको कैसे सतर्क रहना होगा।
इस चीज के लिए हैं कारक —
शुक्र ग्रह ब्राह्मण माने गए हैं। आग्नेय दिशा का यह कारक ग्रह है। पत्नी और प्रेमिका के बारे में विचार करने के लिए शुक्र का विचार किया जाता है। संगीत विद्या के यह कारक है। वीर्य संबंधी रोग शुक्र ग्रह के दूषित होने के कारण होते हैं। साथ ही उनमें जल तत्व की प्रधानता होती है। शुक्र ग्रह का राशि स्वामी वृष और तुला होते है। जब यह गोचर करता हुआ मीन राशि में पहुंचता है तो इसे उच्च का माना जाता है। जब यह कन्या राशि पर पहुंचते हैं तो इससे नीच का माना जाता है। तुला राशि में यह एक से 10 अंश तक मूल त्रिकोण का होता है। सामान्यतया शुक्र को शुभ ग्रह कहते हैं। इस ग्रह से प्रभावित लोगों का रंग गेहूंआ होता है। दक्षिण पूर्व के व्यवसाय आदि के लिए शुक्र का विचार किया जाता है। शुक्र का गुण रजोगुणी है। शुक्र जहां स्थित होता है वहां से सातवें भाव को व दृष्टि से देखता है। बुध और शनि ग्रह शुक्र के मित्र हैं। सूर्य और चंद्रमा शुक्र के शत्रु हैं और अन्य ग्रह से शुक्र का सम व्यवहार है।
नए साल में कुछ इस तरह बदलेगी शुक्र की चाल —
जनवरी — धनु राशि में
फरवरी — 27 फरवरी
मार्च — 31 मार्च
अप्रैल — 27 अप्रैल
मई — 23 मई
जून — 18 जून
जुलाई — 13 जुलाई
अगस्त — 6, 31 अगस्त
सितंबर — 24 सितंबर
अक्टूबर — 18 अक्टूबर
नवंबर — 11 नवंबर
दिसंबर — 5, 29 दिसंबर
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।