Sheetala Ashtami 2024 Dos and Dont: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आज मंगलवार को मां शीतला अष्टमी का त्योहार बनाया जा रहा है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार भले ही गर्मी का मौसम मार्च से शुरू माना जाता है, लेकिन हिन्दू कैलेंडर में इसकी शुरुआत आज से हो रही है। आज बसंत ऋतु की विदाई हो जाएगी।
आज मां शीतला को बासी खाने का भोग लगाया जाएगा। साथ ही आज बसंत ऋतु की विदाई (Basant Ritu ki Bidai kab Hai) हो जाएगी। तो चलिए जानते हैं कि आखिर इन दोनों चीजों के पीछे वजह क्या है।
शीतला अष्टमी को क्यों कहते हैं बसौड़ा
शीतला अष्टमी को बसौड़ा (Basora) भी कहते हैं। वो इसलिए क्यों शीतला अष्टमी पर बासे खाने का भोग लगाया और खाया जाता है, इसलिए इसे बसौड़ा भी कहा जाता है। इस दिन संक्रामक बीमारियों से बचने के लिए मां शीतला से आशीर्वाद मांगा जाता है।
मां शीतला को बासी भोजन का क्यों लगाते हैं भोग
2 अप्रैल को मां शीतला को शीतला अष्टमी पर बासी भोजन का भोग लगाते हैं। पर क्या आप जानते हैं इसके पीछे क्या कारण है, यदि नहीं तो आपको बता दें मां शीतला शीतलता प्रदान करने वाली देवी हैं।
पहले के समय में चेचक (बड़ी माता) की शांति के लिए शीतला माता की पूजा की जाती थी। यही कारण है कि मां शीतला का पूजन कर चेचक रोग से मुक्ति मिलती है। निरोगी रहने के लिए मां शीतला की पूजा करनी चाहिए और इसीलिए मां शीतला को बासी खाने का भोग लगाते हैं।
शीतला अष्टमी से इस ऋतु की शुरुआत
अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार तो गर्मी का महीना शुरू हो गया है, लेकिन हिन्दू पंचांग (Hindi Panchang) के अनुसार वास्तविक रूप से गर्मी की शीतला अष्टमी (Sheetala Ashtami 2024 Dos and Dont) से मानी जाताी है। 2 अप्रैल से बसंत ऋतु (Basant Seasn) की विदाई हो जाएगी।
इस दिन से नहीं खाते बासा भोजन
मां शीतला को बासी खाने का भोजन करना चाहिए। इसलिए इस दिन बासा भोजन करने के साथ मौसम की विदाई कर दी जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन यानी शीतला अष्टमी (Sheetala Ashtami 2024) के बाद से पूरे गर्मी के मौसम में बासा खाना नहीं खाना चाहिए।
शीतला अष्टमी पर क्या न करें
1. शीतला अष्टमी (Sheetala Ashtami 2024 Upay) पर कई ऐसे काम हैं जिन्हें करने से मां शीतला नाराज हो सकती हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार शीतला अष्टमी के दिन काले कपड़े (Black Cloth) नहीं पहनना चाहिए। इससे मां शीतला नाराज हो जाती हैं।
2. शीतला अष्टमी पर घर में चूल्हा नहीं जलाना चाहिए। ऐसा माना जाता है इसदिन घर में चूल्हा जलाने से मां शीतला का प्रकोप बढ़ जाता है। इससे आपकी जीवन में इनका प्रकोप बढ़ सकता है।
3. इस दिन मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। मां शीतला का पूजन करने से चेचक का प्रकोप कम होता है। इस दिन बासी भोजन के अलावा किसी भी चीज का सेवन वर्जित है।
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