Advertisment

Sharad Purnima 2025 Date: स्नान दान पूर्णिमा कब है 6 या 7, जानें हिन्दू पंचांग के अनुसार सही तिथि

Sharad Purnima 2025 Date: स्नान दान पूर्णिमा कब है 6 या 7, जानें हिन्दू पंचांग के अनुसार सही तिथि sharad-purnima-2025-date-kab-hai-6-or-7-oct-upay-tithi-hindu-panchang-pds

author-image
Preeti Dwivedi
Sharad-Purnima-2025

Sharad-Purnima-2025

Sharad Purnima 2025 Date: इस साल शरद पूर्णिमा कब है यदि आप भी इस सवाल से परेशान हैं तो आपको बता दें हिन्दू पंचांग के अनुसार शरद पूर्णिमा की सही तिथि क्या है। स्नान दान और व्रत पूर्णिमा की तिथियां अलग अलग हैं। इनकी सही डेट क्या है चलिए जानते हैं।

Advertisment

व्रत पूर्णिमा

ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार इस साल व्रत की पूर्णिमा 6 अक्टूबर को मनाई जाएगी। क्योंकि हिन्दू पंचांग के अनुसार चतुर्थी ​तिथि 6 अक्टूबर को दोपहर 12:23 पी एम तक रहेगी। इसके बाद पूर्णिमा तिथि आएगी। इसलिए व्रत की पूर्णिमा सोमवार को रहेगी।

स्नान दान पूर्णिमा

जो लोग पूर्णिमा का दान करते हैं वे स्नान दान पूर्णिमा 7 अक्टूबर यानी मंगलवार को मनाएंगे। इसलिए क्योंकि पूर्णिमा उदया तिथि में आएगी। जो सुबह 09:16 एएम तक रहेगी।

पूर्णिमा तिथि कब होती है शुभ

आपको बता दें वैसे तो पूर्णिमा का व्रत चंद्रमा से जुड़ा है इसलिए इसमें रात्रिकालीन पूजा का विधान है। ऐसे में जब चंद्रोदय उदया तिथि में होता है तो इसे शुभ माना जाता है।

Advertisment

कितनी देर रखनी चाहिए खीर – Sharad Purnima 2025 kheer

पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima Kheer) की पूजा में खीर का विशेष महत्व होता है। शरद पूर्णिमा पर रात में भगवान को घर के आंगन या बाहर वाले एरिया में निकालकर खुले आसमान के नीचें उनकी पूजा की जाती है। फिर खीर का भोग लगाकर, उसे छलनी से ढाक कर चांद की रोशनी में रखा रखा जाता है।

ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि मान्यता है कि इस दिन आसमान से अमृत बरसता है, इसलिए इस दिन खीर को खुले में रखा जाता है।

ज्योतिषाचार्य के अनुसार शरद पूर्णिमा की पूजा (Sharad Purnima Puja vidhi) करने के बाद 10 से 15 मिनिट तक खुले में रखने के बाद या फिर रात 12 बजे के बाद इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जा सकता है। इसके अलावा चाहें तो इसके बाद पूरी रात इसे खुले में रखकर दूसरे दिन ग्रहण भी किया जा सकता है।

Advertisment

शरद पूर्णिमा पर खीर क्यों है जरूरी – Sharad Purnima 2025 mahatva

ज्योतिषाचार्यों की माने तो इस दिन आसमान से अमृत बरसता है। जो दमा, अस्थमा और दिल के मरीजों के लिए बेहद खास माना जाता है, इसलिए इस दिन की खीर को अस्थमा के मरीजों को जरूर खिलाया जाता है।

चित्रकूट में इस दिन बड़ी संख्या में खीर बांटी जाती है। एमपी के सागर में सिंधी समाज द्वारा भी बड़े स्तर पर खीर का वितरण किया जाता है।

ऐसे करे मां लक्ष्मी को प्रसन्न maa laxmi Sharad Purnima 2025 upay

अगर आप भी शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी (Sharad Purnima par Maa Laxmi ke Upay) को प्रसन्न करना चाहते हैं तो महालक्ष्मी स्तोत्र का पाठ जरूर करें। रात में चंद्रोदय के बाद मां लक्ष्मी का विधि पूर्वक पूजन करें। अत: उन्हें सुगंधित इत्र, गुलाबी फूल और खीर जरूर चढ़ाएं। इसके साथ महालक्ष्मी स्तोत्र (Mahalaxmi Stotra) का पाठ करें। आपके घर से दुख-दरिद्रता दूर होकर सुख-समृद्धि आएगी।

Advertisment

ऐसे करे मां लक्ष्मी को प्रसन्न (maa laxmi Sharad Purnima 2025 upay)

अगर आप भी शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी (Sharad Purnima par Maa Laxmi ke Upay) को प्रसन्न करना चाहते हैं तो महालक्ष्मी स्तोत्र का पाठ जरूर करें। रात में चंद्रोदय के बाद मां लक्ष्मी का विधि पूर्वक पूजन करें। अत: उन्हें सुगंधित इत्र, गुलाबी फूल और खीर जरूर चढ़ाएं। इसके साथ महालक्ष्मी स्तोत्र (Mahalaxmi Stotra) का पाठ करें। आपके घर से दुख-दरिद्रता दूर होकर सुख-समृद्धि आएगी।

महालक्ष्मी स्तोत्र – Mahalakshmi Stotra

नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते।

शंखचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।1।।

नमस्ते गरुडारूढे कोलासुरभयंकरि।

सर्वपापहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।2।।

सर्वज्ञे सर्ववरदे देवी सर्वदुष्टभयंकरि।

सर्वदु:खहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।3।।

सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि भुक्तिमुक्तिप्रदायिनि।

मन्त्रपूते सदा देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।4।।

आद्यन्तरहिते देवि आद्यशक्तिमहेश्वरि।

योगजे योगसम्भूते महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।5।।

स्थूलसूक्ष्ममहारौद्रे महाशक्तिमहोदरे।

महापापहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।6।।

पद्मासनस्थिते देवि परब्रह्मस्वरूपिणी।

परमेशि जगन्मातर्महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।7।।

श्वेताम्बरधरे देवि नानालंकारभूषिते।

जगत्स्थिते जगन्मातर्महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।8।।

हालक्ष्म्यष्टकं स्तोत्रं य: पठेद्भक्तिमान्नर:।

सर्वसिद्धिमवाप्नोति राज्यं प्राप्नोति सर्वदा।।9।।

एककाले पठेन्नित्यं महापापविनाशनम्।

द्विकालं य: पठेन्नित्यं धन्यधान्यसमन्वित:।।10।।

त्रिकालं य: पठेन्नित्यं महाशत्रुविनाशनम्।

महालक्ष्मीर्भवेन्नित्यं प्रसन्ना वरदा शुभा।।11।।

यह भी पढ़ें:  करवा चौथ के लिए स्मार्ट गिफ्ट आइडियाज

Sharad Purnima 2025 Date
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें