Shani Vakri 2024: सूर्य के गोचर से मौसम बदलने लगा है। आद्रा नक्षत्र में सूर्य का गोचर झमाझम बारिश कराने को तैयार है तो वहीं न्याय के देवता शनी भी बहुत जल्द फिरकी (Shani Vakri 2024 Kumbh) मारने वाले हैं।
जी हां अभी ज्योतिषाचार्य की मानें तो न्याय के देवता शनि अगले महीने जुलाई में वक्री (Shani Vakri in July 2024) होने जा रहे हैं। जो 126 दिन के लिए उल्टी चाल चलेंगे। जिन पर शनि की अढ़ैया (Shani Adhiya) और साढ़े साती (Shani Sadesati 2024) चल रही हो उन पर शनि (Lord Shani) की वक्री चाल भारी पड़ेगी।
चार महीने इन पर पड़ेंगे भारी
जिन लोगों पर वर्तमान में शनि की साढ़े साती (Shani sade sati) और अढ़ैया (Adhaiya) चल रही है उन्हें शनि की वक्री चाल के दौरान शनि के उपाय (Shani ke Upay) जरूर करना चाहिए।
शनिवार को शनि के मंदिर में जाकर शनि देव की पूजा जरूर करें।
शनिवार को शनि चालीसा का पाठ जरूर करें।
शनिवार को श्रीहनुमान मंदिर में जाकर हनुमानजी के दर्शन करें।
श्रीहनुमान चालीसा का पाठ हर शनिवार को करें।
शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सूर्यास्त के बाद सरसों के तेल का दीपक जरूर जलाएं।
कमजोर Shani होने पर क्या न करें
कई बार ऐसा होता है हमारे कर्म ग्रहों के प्रतिकूल प्रभाव को और अधिक बढ़ा देते है। ऐसे में अगर आप पर शनि से दशाएं चल रही हैं तो इस दौरान आपको शनि की वक्री (Shani ki Vakri Chal) चाल से बचने के लिए सतर्क रहना होगा।
कुछ भी गलत काम नहीं करना है।
शनि के वक्री चाल के दौरान व्यक्ति के गलत कर्म उजागर होने लगते हैं। इसलिए शनि की उल्टी चाल के समय ऐसा कोई भी काम न करें जिससे आपकी बदनामी हो।
शनि की वक्री चाल के दौरान आपको किसी भी तरह के निर्णय लेने में बहुत सोचना समझना होगा। इस दौरान आपकी बुद्धि भ्रमित हो सकती है।
शनि की वक्री चाल का समय तलवार पर चलने जैसा बीतता है। इसका मतलब ये है कि इस दौरान आप खतरे की धार के साथ जूझेंगे।
लग सकते हैं आप पर इजलाम
शनि की वक्री चाल के दौरान आप पर कई तरह के इलजाम लग सकते हैं, जो समाज में आपकी बदनामी करा सकते हैं। इसलिए आपको बहुत सतर्क होकर हर काम करना है।
शनि की उल्टी चाल दिखाएगी असर, इनके घोटाले होंगे उजागर
जब शनि उल्टी चाल चलते है। तो इस दौरान व्यक्ति के सारे घोटाले उजागर हो सकते हैं। यानी इस दौरान आपके द्वारा किए गए अवैध और अनैतिक कार्य सबके सामने आ सकते हैं। इसलिए आपको ऐसे किसी भी तरह के कामों को करने से बचना होगा।
कैसा पता करें, शनि की साढ़ेसाती और अढ़ैया चल रही है
ऐसा माना जाता है कि जब व्यक्ति पर शनि का अशुभ प्रभाव (Shani ke Ashubh Prabhav) होता है तो वो नशे का आदि हो जाता है। वह मदिरा पान की आदत उसमें आ जाती है।
व्यक्ति सट्टा और जुए का आदी हो जाता है।
बिना कारण हर बात पर झूठ बोलने की आदत हो जाती है।
अशुभ शनि होने पर व्यक्ति अवैध और अनैतिक संबंध की ओर बढ़ने लगता है।
प्लाट, मकान आदि के विवाद और अधिक उलझने लगते हैं।
शाकाहारी होते हुए भी मासाहार के प्रति आकर्षित होने लगता है।
भाई बहिनों से विवाद बढ़ जाता है।
नौकरी व्यवसाय में रुकावटें आने लगती है।
अगर आप नौकरी पेशा हैं तो आपका अनचाही जगहों पर ट्रांसफर होने लगता है।
व्यक्ति के अनैतिक कर्म उजागर होने लगते हैं।
इंक्रीमेंट में बाधा आती हे।
कर्ज से छुटकारा मिलने में दिक्कत आती है।
पूर्वजों के मकान में अंधेरा रहना भी, शनि के अशुभ प्रभाव का संकेत बताता है।
बीमारी से ग्रसित रखना, काम में लापरवाही, परिवार में किसी व्यक्ति का लंबे समय से बीमार रहना भी अशुभ संकेत है।
शनि के उपाय
शनि को अच्छा करने के लिए आप लोहे की चीजों का दान करें। लोहे का चिमटा, लोहे का तवा, लोहे की सिगड़ी के साथ रोज काम में आने वाली लोहे की चीजों का दान किया जा सकता है।
अगर आपका घर दक्षिणमुखी है तो ये शनि के लिहाज से अच्छा नहीं माना जाता है। ये आपके लिए अनिष्टकारी हो सकता है।
अगर आपको शनि की साढ़े साती या अढ़ैया चल रही है तो आपको बबूल की डंडी से सुबह-शाम दातुन करना चाहिए।
घर के कामों में लोहे से बनी चीजों का उपयोग करें।
शनिवार के दिन काले उड़द के लड्डू एवं तिल्ली के लड्डू बनाकर वीराने में, जहाँ हल न चला हो, ऐसी जमीन में गड्ढा खोदकर दबाएँ।
बीमारी की दशा में बड़ के पेड़ में (जड़ में) दूध चढ़ाकर, उस गीली मिट्टी से अपना तिलक करें।
खड़ी काले उड़द, बादाम, नारियल नदी में प्रवाहित करें।
शनि मीन राशि में कब पहुंचेंगे
ज्योतिषीय गणना के अनुसार (Jyotish Shastra) हर नक्षत्र का चरण होता है। पूर्वा भाद्रपद के चार चरण होते हैं। आपको बता दें जब शनि पूर्वा भाद्रपद के चौथे चरण में पहुंचता है तो वह मीन में प्रवेश (Shani in Meen) कर जाते हैं। अभी शनि कुंभ में चल रहे हैं जो अगले साल 2025 में मीन राशि में गोचर (Shani meen me kab jayenge) करेंगे।
वर्ष 2025 में इन पर भारी होंगे शनि
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार शनि अगले साल 2025 में मीन में प्रवेश (Meen me Shani) कर जाएंगे। इस दौरान शनि कुंभ राशि (Kumbh) के पैर पर, मीन (Meen) राशि के पेट पर रहेंगे। जबकि मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी।
अभी इन पर चल रही, शनि की साढ़े साती और अढ़ैया
वर्तमान में मकर, कुंभ और मीन पर शनि की साढे साती और वृश्चिक और कर्क राशि पर शनि की अढ़ैया चल रही है। इन जातकों को शनि की वक्री चाल (Shani ki Vakri Chal) से बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।
शनि कब से कब तक रहेंगे वक्री
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार शनि 1 जुलाई को वक्री (Vakri Shani 2024) हो रहे हैं। जो 4 नवंबर तक कुंभ राशि में ही वक्री रहेंगे। इसके बाद 4 नवंबर को शनि मार्गी हो जाएंगे।
किसे रहना होगा शनि से सतर्क
जिन जातकों को शनि की साढ़े साती और अढ़ैया चल रही है उन्हें शनि की वक्री चाल से सावधान रहना होगा।
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