नई दिल्ली। अभी तक वक्री स्थिति Shani Margi 2022 में चल रहे शनि 10 अक्टूबर से मार्गी shani ki chal 2022 होने जा रहे हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार margi shani मार्गी स्थिति में आते ही शनि shani ka gochar 2022 कुछ राशियों के लिए बेहद october grah gocharखास फल देने लगेंगे। इसमें विशेष रूप से वे राशियां शामिल हैं जिन्हें शनि की साढ़े साती और अढैया चल रही है। पंडित राम गोविन्द शास्त्री के अनुसार हमारे धर्म शास्त्रों में शनि देव की महिमा अपरंपार बताई गई है। शनि देव मनुष्यों को उनके अच्छे और खराब कर्मों के हिसाब से उन्हें फल देते हैं। इसलिए इन्हें न्याय के देवता कहते हैं।
मार्गी होते ही चलेंगे सीधी चाल
पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार शनि किसी भी राशि में जाकर चार माह तक वर्की रहते हैं। फिर आठ माह के लिए मार्गी होे जाते हैं। वर्की होने पर उनकी चाल उल्टी हो जाती है। तो वही मार्गी होने पर सीधी चाल चलकर शुभ फल देने लगते हैं। विशेष रूप से उन व्यक्तियों को जिन पर शनि की अढ़ैया या साढ़े साती चल रही होती है। वर्तमान में शनि मकर राशि में ही मार्गी हो रहे हैं। इसके बाद यह करीब आठ माह इसी राशि में रहने के बाद कुंभ राशि में पहुुंचेंगे।
इन राशियों पर चल रही अढ़ैया
वर्तमान में मिथुन, तुला के जातकों पर शनि की अढ़ैया चल रही है। अढ़ैया का समय ढाई वर्ष का होता है।
इन पर चल रही साढ़ेसाती
धनु, मकर, कुंभ पर शनि की साढ़ेसाती Margi Shani 10 Oct चल रही है। साढ़ेसाती का समय 7.5 वर्ष का होता है।
शनि की शांति के लिए करें ये उपाय
प्रत्येक शनिवार को करें शनिदेव की पूजा Shani Dev को How to worship Shani Dev प्रसन्न रखना जरूरी बताया गया है। मान्यता अनुसार शनिवार को सही तरीके से इनकी पूजा की जाए ग्रहों की दशा सुधरती है। फलस्वरूप उनकी असीम कृपा प्राप्त होती है। आइए जानते हैं क्या हैं वे उपाय।
तेल का दीया जलाएं
प्रत्येक शनिवार को मंदिर में सरसों के तेल का दीया Margi Shani 29 Sep जलाना चाहिए। पर ध्यान रखें यह दीया मूर्ति के समक्ष नहीं बल्कि मंदिर में रखी उनकी शिला के सामने रख कर जलाना चाहिए। पास में शनि मंदिर न हो तो पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीया जलाएं। अगर आसपास पीपल का पेड़ भी न हो तो किसी जरूरतमंद को सरसों का तेल दान दिया जा Margi shani 29 August 2021 सकता है। इससे भी उतना ही फल मिलता है।
जरूरतमंद को काली वस्तु दान करें
शनिदेव की पूजा के दौरान शनि मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके बाद किसी गरीब को सरसों का तेल, काली उड़द या किसी भी काली वस्तु दान करें। दान के बाद शनि चालीसा का जाप करें। तत्पश्चात हनुमान जी की पूजा करके उनकी मूर्ति पर सिन्दूर लगाकर केला अर्पित करें।
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