नई दिल्ली। न्याय और कर्म के Shani Ka Gochar 2023 देवता शनि को सभी ग्रहों में खास 2023 me shani ki chaal माना जाता है। चार महीने shani rashi parivartan 2023 बाद नया साल 2023 शुरू होेने वाला है। यानि नई एनर्जी, नया astrology उत्साह वाला साल। ऐसे में नए साल के साथ ग्रहों की चाल भी शुरू हो जाएगी। तो चलिए पंडित अनिल पांडे से हम जानते हैं कि नए साल 2023 में शनि ग्रह कब-कब अपनी चाल बदलेंगे। साथ ही जानेंगे कि इसका आप पर क्या असर रहेगा।
शनि की प्रकृति –
शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है। उनका मुख्य उत्तरदायित्व है सभी के प्रति न्याय करना। यह पश्चिम दिशा के स्वामी नपुंसक, वात-श्लेष्मिक प्रकृति, कृष्ण वर्ण और वायु तत्व है। शनि देव सप्तम स्थान में बली होते हैं। वक्री ग्रह या चंद्रमा के साथ में रहने से चेस्ट बली होते हैं। इनसे अंग्रेजी विद्या का विचार किया जाता है। रात में जन्म होने पर मातृ और पितृ कारक होते हैं। शनि ग्रह शारीरिक बल, उदारता, विपत्ति, योगाभ्यास, प्रभुता, ऐश्वर्य, मोक्ष, ख्याति, नौकरी तथा मूर्छा आदि का विचार किया जाता है।
नए साल 2023 में शनि इस तरह बदलेंगे अपनी चाल –
- सितंबर 2022 से मार्च 2023 तक अर्थात सितंबर 2022 से विक्रम संवत 2079 के अंत तक शनि का गोचर निम्नानुसार है।
- वर्तमान में शनि मकर राशि में वक्री होकर गोचर कर रहे हैं।
- 22 अक्टूबर 2022 को 8ः36 दिन से मकर राशि में ही मार्गी हो जाएंगे।
- इसके उपरांत 17 जनवरी को दिन के 4ः05 से कुंभ में राशि में प्रवेश करेंगे।
- 2 फरवरी 2023 को सायं काल 19ः02 पर शनि पश्चिम दिशा में अस्त होंगे।
- 11 मार्च 2023 को प्रातः काल 5ः40 पर पूर्व दिशा से इनका उदय होगें।
- इसके उपरांत मार्च 2023 पर्यंत शनि कुंभ राशि में ही रहेंगे।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।