नई दिल्ली। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव Tejashwi Yadav ने हाल ही में शादी की है। उन्होंने प्रेम विवाह Love Marriage किया है। उनके इस फैसले के बाद कई लोगों ने उन्हें बधाई दी, हालांकि कुछ लोग ऐसे भी थे जो इस अंतर्जातीय विवाह से संतुष्ट नहीं थे। इन लोगों में उनके मामा भी शामिल हैं। भारत में आज भी लव मैरिज को हेय दृष्टि से देखा जाता है। बड़े शहरों को छोड़ दिया जाए, तो छोटे शहर और ग्रामीण इलाकों में तो प्रेम विवाह एक जुर्म के समान है। संविधान की नजर में यह अपराध नहीं है। लेकिन परिवार और समाज में इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाता है।
इस गांव के लोग सुरक्षा देते हैं
ऐसे में जो लोग लव मैरिज करना चाहते हैं उन्हें घर से भागकर शादी करनी पड़ती है। आए दिन ऐसे मामले आते रहते हैं। घर से भागने के बाद भी उनकी परेशानी खत्म नहीं होती है। घरवाले, पुलिस और बाकी दुश्मन पीछे पड़ जाते हैं। लेकिन आज हम आपको देश के एक ऐसे गांव के बारे में बताएंगे जहां लव मैरिज करके भागने पर गांव के लोग सुरक्षा देते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि यह अनोखा गांव कहां स्थित है। तो आइए बिना देर किए आपको बताते हैं इस गांव के बारे में।
हिमाचल प्रदेश में स्थित है गांव
ये गांव हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में स्थित है। जहां पूरे देश से प्रेमी युगर भागकर जाते हैं और यहां उन्हें सुरक्षित रखा जाता है। इस गांव में सिर्फ प्रेम विवाह करने वालों को ही पनाह दी जाती है। इस गांव में पुलिस की एंट्री भी अलाउ नहीं है। कुल्लू जिले में बना शंगचूल क्षेत्र, यहां घर से भागे प्रेमी जोड़ों को आश्रय और सुरक्षा (Paradise For Lovers) दोनों मिलती है।
देश भर से भाग कर यहां प्रेमी जोड़े पहुंचते हैं
शंगचूल क्षेत्र में महादेव मंदिर है जहां देश भर से भाग कर प्रेमी जोड़े पहुंचते हैं। यहां उनके ठहरने और खाने की व्यवस्था मंदिर प्रशासन करता है। चाहकर भी कोई इस मंदिर के अंदर प्रेमी जोड़ों को नुकसान नहीं पहुंचा सकता। इस मंदिर को भारत में घर से भागे प्रेमी जोड़ों के लिए सबसे सुरक्षित बताया जाता है। जो भी प्रेमी जोड़ा घर से भागकर यहां पनाह लेने पहुंचता है उनका यहां जमकर मेहमानवाजी होती है।
गांव वाले खूब सत्कार करते हैं
गांव वाले प्रेमी जोड़ों का खूब सत्कार करते हैं। गांव के लोगों का मानना है कि अगर आप प्रेमी जोड़ों को आश्रय नहीं देते हैं तो आपसे भगवान नाराज हो जाते हैं। वहीं मान्यता के अनुसार, इस गांव में पांडव अज्ञातवास के लिए आए थे। तब गांव के लोगों ने उन्हें इसी मंदिर मे छिपाया था। ऐसा माना जाता है कि जब कौरव उनकी तलाश में इस गांव में पहुंचे, तो खुद शंगचूल महादेव ने उन्हें गांव में आने से रोक लिया। उन्होंने कौरव से कहा कि उनकी शरण में जो लोग आए हैं, वे उनकी रक्षा करेंगे।
मान्यता के आधार पर रक्षा की जाती है
इसी मान्यता के आधार पर आज भी यहां शरण लेने आए लोगों की रक्षा की जाती है। सदियों से ये परंपरा चल आ रही है। हर प्रेमी जोड़े को यहां खाना और रहने के लिए जगह दी जाती है। इस गांव में पुलिस की एंट्री पर भी रोक है। गांव में किसी तरह का हथियार लेकर आना मना है। साथ ही यहां कोई ऊंची आवाज में बात भी नहीं करता। ऐसे में प्रेमी जोड़ों के लिए ये बेस्ट जगह है।
यहां आपको हरियाली ही हरियाली दिखेगी
प्रेमी जोड़ों के लिए लिए ही नहीं ऐसे भी आप इस मंदिर में दर्शन के लिए जा सकते हैं। यहां आपको हरियाली ही हरियाली दिखेगी। यहां एक मैदान भी है जो 128 बीघे में फैला हुआ है। इस मैदान में आपको एक कंकड़-पत्थर नहीं मिलेगा। मंदिर को बहुत साफ रखा जाता है। गंदगी फैलाने पर जुर्माने का प्रावधान है।