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शाजापुर/आदित्य शर्मा : पुलिस अनुसंधानकर्ताओं को अपने कर्तव्यों के प्रति और अधिक सक्षम-सशक्त तथा उनकी कार्य शैली में दक्षता उन्नयन के उद्देश्य से पुलिस न्यायालयीन प्रक्रिया व विवेचना के संबंध में स्थानीय सीसीटीवी कन्ट्रोल रूप पर जिला स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ एसपी जगदीश डावर ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर एएसपी टी.एस.बघेल ने कार्यशाला की विषय वस्तु के बारे में विस्तार से बताया।
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एसपी जगदीश डावर ने विवेचकगणों व प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि अपराधों में हर स्तर पर बारीकी से जांच होनी चाहिए और इसमें थोड़ी सी भी चूक अपराधी के बचाव में सहायक हो सकती है। सभी प्रकार के अपराधों एवं महिला अपराधों में फोरेंसिक साक्ष्य अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्हाैने कहा कि अनुसंधानकर्ताओं को जॉच के दौरान सभी पहलुओं का विशेष ध्यान रखना चाहिये साथ ही अपराधों की जांच में साक्ष्यों का संकलन तथा घटना स्थल के निरीक्षण के समय ध्यान रखने वाली बारीकियों के बारे में बताया गया।
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कार्यशाला में जे.एम.एफ.सी. न्यायधीश अनिरूद्ध जैन ने अपराधों में त्वरित कार्यवाही व इनमें वैज्ञानिक साक्ष्यों का उपयोग कर, विवेचना को और बेहतर व गुणात्मक तरीके का कर, अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से पुलिस कर्मियों की दक्षता उन्नयन, फोरेंसिक साक्ष्यों के महत्व एवं अनुसंधान में इनका उपयोग किस प्रकार किया जाए के संबंध में अवगत कराया गया।
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कार्यशाला में एडीपीओ सचिन रायकवार ने अलग-अलग तरह की दुर्घटनाओं और अपराधों से संबंधित साक्ष्यों का संग्रह, पुलिस रेगुलेशन के महत्वपूर्ण पैरा, दंड प्रक्रिया संहिता, संज्ञेय अपराध, हत्या/बलात्कार, दुर्घटना में मृत्यु के समय घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिसकर्मियों द्वारा किए जाने वाले कार्य, घटनास्थल से प्राप्त साक्ष्यों के संकलन की विधि, वैज्ञानिक साक्ष्य /जैविक साक्ष्य को संकलित करने की विधि के बारे में विस्तार से बताया गया। कार्यशाला में सीजेएम ने न्यायालयीन प्रक्रिया तथा आरआई विक्रमसिंह भदोरिया ने तनाव प्रबंधन के बारे में व एसडीओपी दीपा डोडवे ने विवेचना के संबंध में, उनि वरूण सिंदल ने फिगंर प्रिंट तथा अंकित मुकाति ने साइबर अपराध की विवेचना के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर कोतवाली थाना प्रभारी संतोष बघेल, लालघाटी थाना प्रभारी आर.के.सिन्हा सहित जिले के सभी थानो के विवेचकगण व अनुसंधानकर्तागण उपस्थित थे।
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