रिपोर्ट- अजय नामदेव
Shahdol Tiger Attack: शहडोल जिले के अंतरा बीट के पंचगांव-बिरहुलिया मार्ग पर रविवार को जमुना बैगा नामक अधेड़ ग्रामीण पर बाघ ने हमला कर उसे घसीटते हुए जंगल के भीतर ले गया। सर्च अभियान के दौरान ग्रामीण का क्षत-विक्षत शव झाड़ियों में पाया गया। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया। तत्काल सहायता के रूप में 10 हजार रुपए की राशि दी गई, जबकि शेष 8 लाख की मुआवजा राशि जल्द प्रदान की जाएगी।
वनक्षेत्र में 100 से ज्यादा बाघ तेंदुओं का मूवमेंट
शहडोल सर्किल में 100 से अधिक बाघ और तेंदुए का मूवमेंट है। बाघों की बढ़ती संख्या और रिहायशी इलाकों में इनके विचरण के कारण ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। वनमंडलाधिकारी श्रद्धा पांडे ने ग्रामीणों से अपील की है कि जंगल क्षेत्र में न जाएं और यदि वन्य प्राणी दिखाई दें तो उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश न करें।
प्रदेश के संरक्षित क्षेत्र उमरिया बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या क्षमता से अधिक हो गई है। यही कारण है कि बाघ सामान्य वनमंडलों और रिहायशी इलाकों में भी दिखाई दे रहे हैं।
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जंगल से बाहर निकला बाघ
घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग बाघ को देखने के लिए मौके पर जुट गए। वन विभाग की टीम लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है और बाघ को सुरक्षित जंगल में वापस भेजने का प्रयास किया जा रहा है। यह घटना शहडोल जिले के दक्षिण वन परिक्षेत्र के कंकाली मंदिर के पास हुई।
जिले में बाघ और तेंदुओं की संख्या में बढ़ोतरी के कारण जंगली जानवरों का रिहायशी इलाकों में आना अब आम हो गया है, जिससे लोगों के बीच दहशत का माहौल बना हुआ है। वन विभाग द्वारा ग्रामीणों को जंगल न जाने और सतर्क रहने की समझाइश दी गई है। साथ ही वन्यजीवों के साथ किसी भी प्रकार के टकराव से बचने की सलाह दी जा रही है।
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