शहडोल : मध्यप्रदेश के शहडोल से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां जिस शख्स की अर्थी उठनी थी, वही शख्स अचानक घर वालों के सामने आया गया। जी हां जिस जिंदा व्यक्ति की मृत मानकर घर के परिजन अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे, वही शख्स ने लोगों के सामने आकर सभी को हक्का-बक्का कर दिया।
दरअसल, शहडोल में रेलवे में काम करने वाले एक गैंगमेन की मौत हो गई थी। रेलवे पुलिस ने शख्स के परिजनों को इसकी सूचना देकर कहा की उसका पोस्टमार्टम होने के बाद बॉडी उन्हें सौंप दिया जाएगा। लेकिन जिसक शख्स की परिवार वाले अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे, वही शख्स अचानक घर वालों के सामने आकर खड़ा हो गया, जिसे देखकर घर वालों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वही मामले को लेकर पुलिस पर सवालिया निशान खड़े होने लगे।
मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के जबलपुर-ब्यौहारी के बीच छैतहनी स्टेशन के पास पुलिस को एक शव मिला था, जिसकी शिनाख्ती में रेलवे पुलिस की लापरवाही सामने आई है। पुलिस ने शव की शिनाख्ती रेलवे गैंगमैन ज्ञानेंद्र पांडेय की कर दी। पुलिस और परिजनों ने कद-काठी एक समान होने के चलते उसे गैंगमैन ज्ञानेंद्र पांडेय का शव मान लिया। इतना ही नहीं उसका पोस्टमार्टम कराने के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया। शव लेने के बाद परिजन ज्ञानेंद्र पांडेय के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे। उसी दौरान कुछ लोग ज्ञानेंद्र के रेलवे आवास देखने पहुंचे। वहां जाकर ज्ञानेंद्र पांडेय सो रहा था। जब लोगों ने उसे आवाज दी तो वह उठकर बाहर आया, जिसे देखकर लोग दंग रह गए। इसके साथ ही परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
मामले के बाद मृतक की शिनाख्त में की गई लापरवाही पर पुलिस को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। परिजनों ने शिनाख्त का ठीकरा रेलवे पुलिस, रेलकर्मी, और स्थानीय पुलिस पर फोड़ा है। वही गैंगमैन ज्ञानेंद्र पांडे ने बताया कि वह ड्यूटी के बाद दो दिन का रेस्ट लेकर रेलवे क्वार्टर में आराम कर रहा था। सच्चाई सामने आने के बाद परिजनों ने अज्ञात व्यक्ति के शव को सिविल अस्पताल को वापस कर दिया। वही पुलिस अज्ञात व्यक्ति के शव की पहचान करने में जुटी हुई है।