मुंबई, 14 जनवरी (भाषा) शेयर बाजारों का रिकॉर्ड बनाने का सिलसिला बृहस्पतिवार को फिर शुरू हुआ। हालांकि, बाजार में आईटी शेयरों में मुनाफावसूली का सिलसिला चला लेकिन टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के शेयर में लाभ से इसकी भरपाई हो गई और सेंसेक्स 92 अंक चढ़कर अपने नए उच्चस्तर पर पहुंच गया।
कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक बाजारों में बढ़त तथा रुपये में सुधार से स्थानीय बाजार लाभ के साथ बंद हुए।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती गिरावट से उबरकर 91.84 अंक या 0.19 प्रतिशत के लाभ से 49,584.16 अंक पर बंद हुआ। यह इसका नया सर्वकालिक उच्चस्तर है।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 30.75 अंक या 0.21 प्रतिशत के लाभ से 14,595.60 अंक के नए रिकॉर्ड पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में टीसीएस का शेयर सबसे अधिक 2.89 प्रतिशत चढ़ गया। इंडसइंड बैंक, एलएंडटी, आईटीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलीवर और सन फार्मा के शेयर भी लाभ में रहे।
वहीं दूसरी ओर एचसीएल टेक, एक्सिस बैंक, एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, इन्फोसिस और टेक महिंद्रा के शेयरों में गिरावट आई।
इन्फोसिस का दिसंबर तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 16.6 प्रतिशत बढ़कर 5,197 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। वहीं विप्रो का भी तीसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 21 प्रतिशत बढ़कर 2,968 करोड़ रुपये रहा है। दोनों कंपनियों के तिमाही नतीजे बुधवार को आए थे।
रिलायंस सिक्योरिटीज के प्रमुख-रणनीति विनोद मोदी ने कहा कि एफएमसीजी और फार्मा शेयरों की अगुवाई में भारतीय शेयर बाजार दिन के निचले स्तर से उबरकर लाभ के साथ बंद हुए।
उन्होंने कहा कि आईटी सूचकांक का प्रदर्शन सबसे अधिक हैरान करने वाला रहा। तीसरी तिमाही के अच्छे नतीजों तथा आगे अच्छी आमदनी की उम्मीद के बावजूद आईटी शेयरों में निवेशकों ने मुनाफा काटा।
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 0.29 प्रतिशत का लाभ रहा।
वृहद आर्थिक मोर्चे पर थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति दिसंबर में घटकर 1.22 प्रतिशत पर आ गई।
इस बीच, फिच रेटिंग्स ने कहा है कि भारत को कोरोना वायरस का प्रभाव लंबे समय तक झेलना पड़ेगा और शुरुआती पुनरोद्धार के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त पड़ेगी।
अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग के हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया के कॉस्पी और जापान के निक्की में लाभ दर्ज हुआ। चीन के शंघाई कम्पोजिट में गिरावट आई।
शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार लाभ में थे।
इस बीच, वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.12 प्रतिशत के नुकसान से 55.99 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 11 पैसे की बढ़त के साथ 73.04 प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 1,879.06 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा अजय अजय मनोहर
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