“राखी का त्यौहार है, भाई-बहन का प्यार है, मुबारक हो आपको ये खुशी का त्योहार।”
“राखी के इस पावन मौके पर, मैं वादा करता हूँ कि मैं हमेशा तुम्हारी रक्षा करूंगा।”
“तुम्हारी राखी का धागा मेरी कलाई पर बांधते ही, मुझे दुनिया की हर खुशी मिल जाती है।”
“रक्षा बंधन का त्योहार आपके जीवन में ढेर सारी खुशियां और सफलता लेकर आए।”
“रक्षा बंधन की ढेर सारी बधाइयाँ! हमारी ये प्यारी सी नोक-झोंक हमेशा बनी रहे।”
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
सिंह लग्न – अमृत की चौघड़िया-प्रातः 5.40 से 7.30 बजे तक
शुभ चौघड़िया- सुबह 9.08 से 10.40 तक
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 11.36 से 12.24 तक रहेगा। यह सर्वोत्तम समय माना गया है.
वृश्चिक लग्न (स्थिर लग्न) – 12.38 बजे से 14.56 बजे तक
लाभ चौघड़िया – दोपहर 3.40 बजे से 5.17 बजे तक
अशुभ समय – 7.30 बजे से 9.08 बजे तक, राहुकाल है इसका त्याग करना चाहिए।
काल चौघड़िया- सुबह 7.30 बजे से 9.08 बजे तक
दिशा का रखें विशेष ध्यान
राखी बांधते समय भाई को पूर्वाभिमुख, पूर्व दिशा की ओर बिठाना चाहिए। बहन का मुंह पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। विद्वानों के अनुसार इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि भाई या बहन का मुख दक्षिण दिशा की ओर न हो। काले रंग की या खंडित राखी भाइयों की कलाई पर नहीं बांधनी चाहिए।